हरिद्वार | जुलाई 2025,संजीव मेहता।
कांवड़ यात्रा 2025 अपने चरम पर रही — शिवभक्तों की मस्ती, डीजे की धुन, भगवा रंग में रंगे रास्ते और जगह-जगह बम-बम भोले की गूंज! लेकिन इस विशाल आयोजन के पीछे जो सबसे बड़ा चेहरा रहा, वह था हरिद्वार प्रशासन की मजबूत और चाक-चौबंद व्यवस्था।

🧍‍♂️ शिवभक्तों का जोश

सड़कें भगवामय हो गईं। हजारों कांवड़िए सिर पर गंगाजल लिए, अलग-अलग रंग-बिरंगे डेकोरेटेड कांवड़ के साथ तेज़ रफ्तार में आगे बढ़ते दिखे।
डाक कांवड़ियों का जुनून खासा देखने लायक था — तेज़ डीजे की धुन पर झूमते हुए, ट्रैक सूट पहने, बाइक और पैदल दौड़ते ये श्रद्धालु भक्ति और युवा ऊर्जा का अद्भुत संगम लगे।

🛵 बिना साइलेंसर बाइकें बनीं आकर्षण

इस बार बड़ी संख्या में शिवभक्त बिना साइलेंसर की बाइकों पर नजर आए। तेज़ गूंज, हाथों में तिरंगा और हर एक्सेलेरेशन के साथ “हर हर महादेव” की हुंकार — इन भक्तों ने अलग ही माहौल बना दिया।

👮‍♂️ प्रशासन की चौकसी ने बढ़ाया भरोसा

SSP प्रमेन्द्र डोभाल और जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने खुद मोर्चा संभाल रखा था। जगह-जगह गश्त, सुरक्षा बैरिकेडिंग, मेडिकल सहायता और यातायात नियंत्रण के लिए ज़मीनी स्तर तक निगरानी जारी रही।

🎥 CCTV और कंट्रोल रूम से सतत निगरानी

हरिद्वार के कंट्रोल रूम में बैठकर SSP और DM खुद CCTV कैमरों के माध्यम से पूरे कांवड़ रूट पर नजर रखे हुए थे।
भीड़ नियंत्रण, डाक कांवड़ की मूवमेंट और घाटों की स्थिति पर हर मिनट की रिपोर्ट ली जा रही थी।

🌊 जल पुलिस बनी जीवनरक्षक

गंगा में डुबकी लगाने के दौरान फिसलने या गहराई में जाने के मामलों में हरिद्वार जल पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए सैकड़ों कांवड़ियों को सुरक्षित बाहर निकाला।
किसी बड़े हादसे की आशंका तक नहीं बनने दी गई, जिससे यात्रा शांतिपूर्ण बनी रही।

🔚 कल जल अर्पण के साथ होगा समापन

अब कांवड़िए अपने गांव जा रहे हैं। वह शिवालयों में गंगाजल चढ़ाकर यह पावन यात्रा विधिवत रूप से संपन्न होगी।