हरिद्वार, 20 अप्रैल 2025 संजीव मेहता।— हरिद्वार में पानी की सप्लाई ठप होने से हालात बेकाबू होते जा रहे हैं। सुबह से नलों में एक बूंद पानी नहीं आ रहा,

सबसे बुरा हाल रानीपुर चौराहे के आसपास के इलाकों में देखने को मिल रहा है, जहां डायरेक्ट लाइन से जुड़े घरों और दुकानों में पानी पूरी तरह से गायब है। लोग बाल्टी और ड्रम लेकर इधर-उधर भटक रहे हैं, लेकिन राहत नहीं मिल रही।

चाय वालों ने किया हंगामा — “पानी नहीं तो दुकान नहीं!”
रानीपुर चौराहे के आसपास मौजूद कई चाय दुकानदारों ने पानी न होने के चलते अपनी दुकानें बंद कर दीं और मजबूरी में घर लौट गए। उनका कहना है कि बिना पानी के चाय बनाना तो छोड़ो, बर्तन तक नहीं धो सकते।

राहगीरों की भी आफत
जो लोग बाहर से आ रहे हैं या ट्रैवल कर रहे हैं, उन्हें पीने तक का पानी नहीं मिल रहा। मजबूरन उन्हें 20 से 30 रुपये में पानी की बोतलें खरीदनी पड़ रही हैं।

मोटर से जुड़ा इलाका थोड़ा राहत में
जिन घरों में प्राइवेट मोटर लगी है, वहां किसी तरह पानी खींचकर काम चल रहा है। लेकिन बाकी लोग—खासकर डायरेक्ट सप्लाई पर निर्भर लोग—बिलकुल बेहाल हैं।

प्रशासन से जवाब तलब
स्थानीय लोग अब प्रशासन से सख्त सवाल पूछ रहे हैं — “क्यों नहीं दी गई कोई चेतावनी? क्या हर बार ऐसे ही हालात बनेंगे?”

लोगों की ज़ुबानी:
“सुबह से नल सूखे पड़े हैं। बच्चों को स्कूल भेजना मुश्किल हो गया, नहाने-धोने तो दूर, पीने का पानी भी नहीं है,” – यह कहना है रानीपुर निवासी मधु शर्मा का।

समाचार लिखे जाने तक नलों में पानी नहीं आया

प्रशासन पर सवाल:
लोगों का आरोप है कि न तो कोई पूर्व सूचना दी गई, न ही वैकल्पिक व्यवस्था ठीक से की गई। “पानी जैसी ज़रूरी चीज़ पर ये लापरवाही नहीं चलेगी,” – स्थानीय निवासी अनिल ठाकुर ने गुस्से में कहा।

यह संबंध में जब जल आपूर्ति विभाग में फोन किया गया तो निगम के जल के अधिशासी अभियंता राकेश कुमार गुप्ता को बार-बार फोन किया गया लेकिन उन्होंने फोन नहीं उठाया.