हरिद्वार ,संजीव मेहता। बेडपुर चौराहे के समीप खेतों में इन दिनों अवैध मिट्टी खनन जोरों पर है। जेसीबी मशीनों द्वारा खेतों की लगभग 2 मीटर गहराई तक खुदाई की जा रही है। मौके पर दो जेसीबी मशीनें और करीब 12 डंपर लगातार मिट्टी की ढुलाई में जुटे हैं। यह खनन उस सीमा से कहीं अधिक हो रहा है जितनी की अधिकृत अनुमति मिली है। स्थानीय लोगों की शिकायतें बेअसर स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि उन्होंने इस अवैध गतिविधि की जानकारी कई बार संबंधित अधिकारियों को दी है, लेकिन कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। शिकायत के बावजूद प्रशासन की चुप्पी से लोगों में गहरा आक्रोश है। ग्रामीणों का मानना है कि प्रशासनिक मिलीभगत के बिना इतने बड़े पैमाने पर खनन संभव नहीं है। प्राकृतिक नुकसान और जनसमस्याएं डंपरों की भारी आवाजाही से मुख्य सड़कों पर धूल का गुबार इतना गहरा हो जाता है कि दोपहिया वाहन चालकों को देखना तक मुश्किल हो रहा है। कई स्थानों पर तो बच्चों और बुजुर्गों का पैदल चलना भी खतरे से खाली नहीं है। इस अवैध खनन का प्रभाव सिर्फ खेतों तक सीमित नहीं रहा। आसपास के हरे-भरे खेतों की उर्वरता बुरी तरह प्रभावित हुई है। मिट्टी की ऊपरी उपजाऊ परत के हटने से फसलों की पैदावार में गिरावट आ रही है।पास ही स्थित आम के बागों पर भी असर पड़ा है, जहां मिट्टी की कमी से जड़ें खुलने लगी हैं। Post Views: 1,239 Post navigation हरिद्वार: लामग्रांट गांव में ‘हरी गंगा क्रेशर’ पर खुलेआम अवैध खनन, प्रशासन बना मूक दर्शक सीसीआर के पीछे शिवपुल पर अत्यधिक भीड़ होने कारण भगदड़,15 लोग घायल हो गए जिसमें 01 की घटनास्थल पर ही मृत्यु