हरिद्वार (उत्तराखंड):संजीव मेहता।मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देशन में धर्मनगरी हरिद्वार में सौंदर्यकरण और विकास कार्य तेजी से जारी हैं। तीर्थ और पर्यटन का संगम कही जाने वाली इस नगरी में अब आधुनिकता की झलक भी दिखाई देने लगी है।

डामकोठी क्षेत्र में बनाए गए मनमोहक फव्वारे, रंग-बिरंगी लाइटिंग, और हरे-भरे वृक्षों से सजे लंबे मार्ग अब पर्यटकों और श्रद्धालुओं के लिए आकर्षण का नया केंद्र बन गए हैं। यह क्षेत्र अब “ग्रीन कॉरिडोर” के नाम से पहचाना जाने लगा है।


हरिद्वार की आस्था और अब आधुनिकता भी
हरिद्वार आने वाले श्रद्धालु मनसा देवी, चंडी देवी, नारायणी शिला, हर की पैड़ी, दक्ष मंदिर, दक्षिण काली मंदिर, माया देवी मंदिर, और सुरेश्वरी देवी मंदिर जैसे धार्मिक स्थलों के दर्शन के लिए लाखों की संख्या में पहुंचते हैं।

हर की पैड़ी पर गंगा स्नान, कुंभ मेला, कांवड़ यात्रा, और चार धाम यात्रा जैसे अवसरों पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ती है। अब यह धार्मिक अनुभव एक नए सौंदर्य और सुव्यवस्था के साथ जुड़ता जा रहा है।


डामकोठी से आगे, मां गंगा के किनारे नया दृश्य
अंग्रेजी शासन काल में बनी ऐतिहासिक डामकोठी के पास अब एक नया भव्य स्थल विकसित किया गया है, जहां पर फव्वारे, लाइटिंग और घने वृक्षों की हरियाली के साथ मां गंगा का लहराता हुआ दृश्य श्रद्धालुओं को मंत्रमुग्ध कर देता है।

देश-विदेश से आने वाले पर्यटक इस स्थान को एक आध्यात्मिक और प्राकृतिक सौंदर्य का संगम मान रहे हैं।


तुलसी चौक बना सेल्फी प्वाइंट और फैमिली पार्क
हरिद्वार के तुलसी चौक पर विकसित किया गया सेल्फी प्वाइंट और सुंदर पार्क लोगों के बीच खासा लोकप्रिय हो गया है। शाम ढलते ही श्रद्धालु और पर्यटक यहां परिवार संग घूमने, तस्वीरें लेने और शांति का अनुभव करने आते हैं।


पर्यटन और तीर्थ की नई परिभाषा
हरिद्वार अब न केवल आस्था का केंद्र है, बल्कि यहां की खूबसूरती, साफ-सफाई और हरियाली इसे विश्व स्तरीय तीर्थ-पर्यटन स्थल बना रही है। राज्य सरकार द्वारा किए जा रहे सौंदर्यकरण कार्य आने वाले समय में हरिद्वार को एक आधुनिक और दिव्य तीर्थनगरी के रूप में स्थापित करेंगे।