लक्सर/हरिद्वार, 01 जुलाई 2025, संजीव मेहता।

जनपद हरिद्वार के दूरस्थ गाँव ढ़ाढ़ेरी में मंगलवार को एक अलग ही तस्वीर देखने को मिली, जब जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने प्रशासनिक टीम के साथ 1 किमी पैदल चलकर सोलानी नदी के तटबंध का स्थलीय निरीक्षण किया।

खास बात: रास्ता आसान नहीं था – कीचड़, उबड़-खाबड़ जमीन और कंटीली झाड़ियों से भरा। लेकिन जिलाधिकारी ने बिना हिचक मौके पर पहुँचकर तटबंध की स्थिति देखी और सिंचाई विभाग को तत्काल स्टीमेट पेश करने के निर्देश दिए।

🛠️ डीएम का स्पष्ट संदेश:
“संभावित खतरे को समय रहते नियंत्रित करें। कार्य में कोई देरी नहीं होनी चाहिए।”

📢 क्या कहा सिंचाई विभाग ने?

अधिशासी अभियंता ओम जी गुप्ता ने बताया कि सोलानी नदी के बहाव और ढाल की कमज़ोरी के चलते भू-क्षरण का खतरा बना रहता है, जो तटबंध को नुकसान पहुँचा सकता है।

👥 ग्रामीणों की भी रही मौजूदगी:
स्थानीय प्रतिनिधियों और ग्रामीणों ने नदी के बहाव, भू-क्षरण व अन्य समस्याओं की जानकारी प्रशासन को दी। ग्रामीणों में प्रशासन की सक्रियता को लेकर संतोष दिखा।

🧑‍💼 मौके पर उपस्थित अधिकारी:

सौरभ असवाल (SDM)

नताशा सिंह (CO लक्सर)

ओम जी गुप्ता (अधिशासी अभियंता, सिंचाई)

राजपाल सिंह (ग्राम प्रधान)

ग्रामीण: शिव कुमार, नकली सिंह, चरण सिंह, चन्द्रपाल, राजेश शर्मा, शेषपाल, ओमपाल आदि।

📸 जमीनी हकीकत तक पहुँचना और तुरंत कार्यवाही करना – यही है प्रशासन की असली पहचान।