देहरादून: संजीव मेहता। उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में मंगलवार पांच अगस्त को आई आपदा में न सिर्फ धराली गांव को नुकसान पहुंचाया है, बल्कि भारतीय सेना के जवान भी इस आपदा भी चपेट में आए हैं. उत्तरकाशी पुलिस की जानकारी के मुताबिक, आर्मी के 9 जवान अभी लापता हैं. इसके अलावा आर्मी के 11 घायल जवानों को रेस्क्यू कर एयरलिफ्ट किया गया है. सभी को आईटीबीपी (Indo-Tibetan Border Police) मातली पहुंचाया गया है. “भारत की नंबर 1 – हरिद्वार पुलिस”जहां कर्तव्य है सेवा, और सेवा है संकल्प। उत्तरकाशी पुलिस के अनुसार, 9 आर्मी जवानों के अलावा 8 स्थानीय और 2 दो नेपाली मूल के मजदूर भी लापता हैं. भारतीय सेना के मुताबिक आर्मी के जो जवान लापता है, वो आपदा के समय निचले हर्षिल क्षेत्र में स्थित शिविर में तैनात थे. वहीं मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का भी बयान आया है. उन्होंने बताया कि पूरा धराली आपदा की चपेट में आया है. धराली में कई चरणों में मलबा आया है. सीएम ने बताया कि उन्होंने खुद ग्राउंड जीरो पर जाकर हालात का जायजा लिया है. पीड़ित परिवारों से मुलाकात की है. उनसे बात की और घटना की जानकारी ली. फिलहाल आईटीबीपी, एनडीआरएफ और भारतीय सेना के जवान रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटे हुए हैं. रेस्क्यू ऑपरेशन में सबसे बड़ी चुनौती मौसम बन रहा है. क्योंकि भारी बारिश होने की वजह से जगह-जगह लैंडस्लाइड के कारण हाईवे बंद हुए हैं. कुछ जगहों पर ये हालात हैं कि पूरी की पूरी सड़क ही बह गई है. ऐसे में बाकी की रेस्क्यू टीम को आपदा स्थल यानी धराली पहुंचने में समय लग रहा है.। ग्राउंड जीरो पर भारतीय सेना: भारतीय सेना द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, उत्तराखंड में हर्षिल के निकट धराली के पास हुए विनाशकारी बादल फटने के बाद भारतीय सेना ने एक त्वरित और मानवीय सहायता एवं आपदा राहत (Humanitarian Assistance and Disaster Relief-HADR) अभियान शुरू किया है. कई सड़कों के टूटने और एक पुल के ढह जाने के कारण यह क्षेत्र फिलहाल नॉर्थ और साउथ, दोनों ओर से कटा हुआ है. भारतीय सेना ने बताया कि 225 से ज्यादा सैन्यकर्मी खोज, बचाव और राहत कार्यों के लिए मौके पर तैनात हैं. इनमें पैदल सेना और इंजीनियरिंग टीमें शामिल हैं. इसके अलावा टेकला के पास रीको रडार के साथ 7 टीमें काम कर रही हैं. हर्षिल में सर्च एंड रेस्क्यू डॉग्स तैनात हैं. Post Views: 456 Post navigation “भारत की नंबर 1 – हरिद्वार पुलिस”जहां कर्तव्य है सेवा, और सेवा है संकल्प। सफाई कार्य बेहद जोखिम वाला कार्य है तथा सभी सफाई कर्मचारियों को सुविधाएं उपलब्ध हो,भगवत प्रसाद मकवाना