हरिद्वार, 7 अगस्त 2025 संजीव मेहता। उत्तराखंड में लगातार हो रही मूसलधार बारिश से भूस्खलन और जलस्तर बढ़ने जैसी आपदाएं सामने आ रही हैं। मंगलवार शाम हरिद्वार के मंसा देवी क्षेत्र में हुए भूस्खलन के बाद क्षेत्र में सतर्कता और सुरक्षा को लेकर प्रशासन पूरी तरह सक्रिय हो गया है। मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देशों के क्रम में बुधवार को हरिद्वार-रुड़की विकास प्राधिकरण (HRDA) के उपाध्यक्ष श्री अंशुल सिंह और नगर आयुक्त श्री नंदन कुमार ने मंसा देवी पहाड़ी के उस संवेदनशील क्षेत्र का संयुक्त निरीक्षण किया, जहाँ पहाड़ से भारी मलबा रेलवे ट्रैक पर आ गिरा था। यह क्षेत्र शिवालिक पर्वतमाला का हिस्सा है, जो मानसून में अक्सर लैंडस्लाइड की चपेट में आता है। दोनों अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर भू-संरचना, सुरक्षा उपायों और भविष्य की तैयारियों को लेकर अधिकारियों से फीडबैक लिया। विशेषज्ञों की टीम भी इस प्रक्रिया में शामिल रही, जिससे दीर्घकालिक समाधान की दिशा में कार्य हो सके। श्री अंशुल सिंह ने कहा: “हमारी प्राथमिकता है कि हरिद्वार के संवेदनशील क्षेत्रों में समय रहते चेतावनी और कार्रवाई हो। निरीक्षण में मिले बिंदुओं के आधार पर व्यापक प्लान तैयार किया जा रहा है।” नगर आयुक्त श्री नंदन कुमार ने भी क्षेत्र में साफ-सफाई, जल निकासी और ट्रैफिक के वैकल्पिक प्रबंधों की समीक्षा की और मौके पर ही संबंधित विभागों को आवश्यक निर्देश दिए। उधर, गंगा नदी का जलस्तर भी खतरे के निशान से ऊपर जाने के कारण स्थिति गंभीर बनी हुई है। इसी को देखते हुए श्री अंशुल सिंह ने भीमगोडा बैराज का दौरा किया और सिंचाई विभाग के अधिकारियों से जल प्रबंधन और बैराज की तकनीकी स्थिति की जानकारी प्राप्त की। प्रशासन ने जनता से अपील की है कि अफवाहों पर ध्यान न दें और किसी भी आपात स्थिति में तुरंत हेल्पलाइन नंबर 112 पर संपर्क करें। Post Views: 2 Post navigation सफाई कार्य बेहद जोखिम वाला कार्य है तथा सभी सफाई कर्मचारियों को सुविधाएं उपलब्ध हो,भगवत प्रसाद मकवाना