हरिद्वार, 10 अक्टूबर 2025। संजीव मेहता। उत्तराखंड औषधि नियंत्रण विभाग (FDA) ने ड्रग आयुक्त श्री ताजबर सिंह के सख्त निर्देशों पर कफ सिरप निर्माण में अनियमितताओं के खिलाफ एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है। विभाग की टीम ने हरिद्वार के सिडकुल क्षेत्र स्थित Dr. Pals Pharmaceuticals India Pvt. Ltd. में औचक निरीक्षण कर गंभीर खामियां और मानक उल्लंघन पकड़े हैं।

निरीक्षण टीम में वरिष्ठ औषधि निरीक्षक अनीता भारती और CDSCO (Central Drugs Standard Control Organisation) के अधिकारी शामिल थे। जांच के दौरान पाया गया कि कंपनी GMP (Good Manufacturing Practices) के मानकों का पालन नहीं कर रही थी। दवाओं की गुणवत्ता जांच, उत्पादन प्रक्रिया, साफ-सफाई और रॉ मटेरियल स्टोरेज में भारी लापरवाही सामने आई — जो औषधि अधिनियम का स्पष्ट उल्लंघन है।

गंभीर अनियमितताओं को देखते हुए वरिष्ठ औषधि निरीक्षक अनीता भारती ने कंपनी का उत्पादन तत्काल प्रभाव से बंद करवाया और बाजार में दवाओं की सप्लाई पर पूर्ण रोक लगा दी। इसके साथ ही, कंपनी का ड्रग मैन्युफैक्चरिंग लाइसेंस रद्द करने की संस्तुति राज्य औषधि आयुक्त कार्यालय को भेज दी गई है।

निरीक्षण के दौरान कई तकनीकी रिकार्ड अधूरे पाए गए। टीम ने मौके से कफ सिरप और अन्य औषधियों के नमूने लेकर लैब परीक्षण के लिए भेज दिए हैं। रिपोर्ट आने के बाद दोषियों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

💬 वरिष्ठ औषधि निरीक्षक अनीता भारती ने कहा –

“जनता के स्वास्थ्य और सुरक्षा से कोई समझौता नहीं किया जाएगा। दवा निर्माण मानकों की अनदेखी पाए जाने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। हरिद्वार में औषधि निर्माण इकाइयों की विशेष निगरानी की जा रही है।”

इस बीच, एफडीए की टीमें जिलेभर में मेडिकल स्टोर्स, अस्पतालों और फार्मा यूनिट्स पर लगातार छापेमारी कर रही हैं। पिछले कुछ दिनों में दर्जनों प्रतिष्ठानों से सैंपल लेकर जांच के लिए भेजे गए हैं।

राज्य औषधि नियंत्रण विभाग ने स्पष्ट किया है कि सभी फार्मा कंपनियों को अपने उत्पादन केंद्रों में GMP मानकों का पालन सुनिश्चित करना होगा। किसी भी प्रकार की अनियमितता मिलने पर तुरंत उत्पादन बंद कर कठोर कार्रवाई की जाएगी।

🧪 उद्देश्य स्पष्ट है:
👉 जनता तक केवल सुरक्षित, मानक एवं गुणवत्तापूर्ण दवाएं ही पहुंचें।
👉 स्वास्थ्य सुरक्षा से खिलवाड़ करने वालों के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति जारी रहेगी।