खटीमा/देहरादून, संजीव मेहता। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गुरुवार को अपने गृह क्षेत्र लोहियाहेड स्थित सीएम कैंप कार्यालय में आयोजित “युवा संवाद कार्यक्रम” में भाग लिया। इस अवसर पर उन्होंने स्थानीय युवाओं से सीधे संवाद कर उनकी जिज्ञासाओं का समाधान किया और उन्हें भारत के भविष्य के निर्माता बताया।

कार्यक्रम के दौरान युवाओं ने मुख्यमंत्री से स्टार्टअप योजनाएं, आगामी भर्ती परीक्षाएं, और पारदर्शी प्रतियोगी परीक्षा प्रणाली सहित कई मुद्दों पर चर्चा की। सीएम धामी ने हर सवाल का जवाब देते हुए कहा —

“मैं किसी औपचारिक मंच पर नहीं, बल्कि युवा मनों से संवाद करने आया हूं। जब युवा ऊर्जा और उम्मीद से भरे हों, तो माहौल अपने आप उत्साह से भर जाता है।” 💫

मुख्यमंत्री ने युवाओं को प्रेरित करते हुए कहा —

“हर कोई डॉक्टर या इंजीनियर ही बने, ये ज़रूरी नहीं। आज के डिजिटल युग में अवसरों की कोई कमी नहीं है — डिजिटल मार्केटिंग, एग्रीटेक, पर्यटन, होटल मैनेजमेंट, डिफेंस, सोशल वर्क… हर क्षेत्र में सफलता के द्वार खुले हैं। बस स्किल सीखिए, लक्ष्य तय कीजिए और समयबद्ध योजना बनाइए।”

उन्होंने कहा कि सीमित संसाधनों के बावजूद मजबूत इच्छाशक्ति से कोई भी पर्वत रास्ता दे देता है। धामी ने उत्तराखंड के युवाओं की सराहना करते हुए कहा कि राज्य के हजारों युवा आज सेना, डिफेंस, सरकारी और निजी क्षेत्रों के साथ-साथ स्टार्टअप में भी शानदार प्रदर्शन कर रहे हैं।

सीएम धामी ने कहा —

“भारत को 2047 तक विकसित राष्ट्र बनाना हमारा सामूहिक लक्ष्य है, और इस मिशन की रीढ़ हमारे युवा हैं।”

कार्यक्रम के समापन पर उन्होंने विश्वास जताया कि यह “युवा संवाद” भारत को विकसित राष्ट्र बनाने की दिशा में एक मील का पत्थर साबित होगा। साथ ही उन्होंने बताया कि सरकार उत्तराखंड की धार्मिक व सांस्कृतिक विरासत के संरक्षण और संवर्धन के लिए भी सतत कार्यरत है।

🔹 “भारत अपने सामर्थ्य से युवा है, भारत अपने सपनों से युवा है।” — सीएम पुष्कर सिंह धामी 💪🇮🇳