नई दिल्ली, दिव्या टाइम्स इंडिया। संसद पर आतंकी हमले के 22 साल बाद एक बार फिर सुरक्षा में सेंध लगी। लोकसभा में दो युवक विजिटर गैलरी से कूदे और पीले रंग का धुआं उड़ाने लगे। सुरक्षा में सेंध लगाने वाले दोनों लोगों को पहले सांसदों ने पीटा, फिर पुलिस के सुपुर्द कर दिया।

खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू ने संसद पर हमले की धमकी दी थी। इसके बाद से ही दिल्ली पुलिस अलर्ट पर थी। फिर भी 5 लेयर सुरक्षा तोड़कर लोकसभा में प्रदर्शनकारी घुसे और हंगामा किया।

अभी तक की जांच में इस सिक्योरिटी ब्रेक के 6 किरदार सामने आए हैं। दो ने सदन के अंदर हंगामा किया, दो ने सदन के बाहर प्रदर्शन किया। ये चारों पुलिस की गिरफ्त में हैं।

दो और लोग प्लानिंग में शामिल थे, इनमें से एक ने सभी को अपने घर में ठहराया था। उसे पुलिस ने पत्नी समेत हिरासत में ले लिया है। एक अभी भी फरार है।

अब आपको इन 6 किरदारों के बारे में बताते हैं….

भाजपा सांसद के विजिटर पास से गए थे दोनों पुलिस की शुरुआती पूछताछ में सामने आया है कि सागर शर्मा यूपी के लखनऊ का रहने वाला है। डी मनोरंजन कर्नाटक के मैसुरु से है। संसद के बाहर पकड़ी गई नीलम हरियाणा के हिसार की है। चौथा आरोपी अमोल शिंदे महाराष्ट्र के लातूर का रहने वाला है। सागर शर्मा और डी मनोरंजन लोकसभा में विजिटर गैलरी में बैठे थे। उन्हें भाजपा सांसद प्रताप सिम्हा के कार्यालय से जारी पास पर एंट्री मिली थी।

दिल्ली पुलिस का कहना है कि इन सभी की एक-दूसरे से मलाकात ऑनलाइन हर्ड थी। सभी ने मिलकर संसद में हंगामे

की योजना बनाई। पुलिस का कहना है कि अभी तक इस बात के सबूत नहीं मिले हैं कि इन सभी को आतंकी समूह ने भड़काया है।

पुलिस ने सागर शर्मा और डी मनोरंजन के आधार कार्ड सहित अन्य जानकारी शेयर की है। मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक, पकड़ी गई नीलम 42 साल की है और पेशे से टीचर है, साथ ही सिविल सेवा की पढ़ाई कर रही है।

अब जानिए पकड़े गए आरोपियों के बारे में…

हिसार के PG में रहकर HTET की पढ़ाई कर रही थी नीलम

जिस समय सागर और मनोरंजन लोकसभा में हंगामा कर रहे थे, उसी वक्त अमोल और नीलम संसद के बाहर नारेबाजी कर प्रदर्शन कर रहे थे। नीलम हरियाणा के जींद जिले के घसो खुर्द गांव की रहने वाली है। पिछले 6 महीने से हिसार में पेइंग गेस्ट (PG) में रहकर हरियाणा सिविल सर्विस एग्जाम और HTET (हरियाणा शिक्षक पात्रता परीक्षा) की तैयारी कर रही थी।

घसो खुर्द गांव और हिसार में उसकी PG के आसपास रहने वाले लोगों का कहना है कि नीलम का राजनीति में इंट्रेस्ट था, लेकिन उसके संसद के बाहर प्रदर्शन की बात उनकी समझ से परे है।

नीलम के छोटे भाई राम निवास ने कहा- हमें तो पता ही नहीं था कि वह दिल्ली गई है। वह सोमवार को आई थी, इसके बाद मंगलवार को वापस चली गई। हमें तो यही लगा था कि वह हिसार जा रही है। उसने कई बार बेरोजगारी का मुद्दा उठाया। वह किसान आंदोलन में भी गई थी। परिवार में मेरा बड़ा भाई और माता-पिता हैं। पिता हलवाई हैं जबकि मैं और मेरा भाई दूध का काम करते हैं।

संसद की विजिटर्स गैलरी में कूदने वाले 2 युवकों में से एक सागर शर्मा लखनऊ का रहने वाला है। सागर का परिवार लखनऊ के आलमबाग के रामनगर में किराए के घर में रहता है। पूछताछ के लिए लखनऊ पुलिस उसके घर पहुंची। सागर की मां रानी शर्मा ने कहा कि बेटा धरना-प्रदर्शन करने की बात कहकर घर से गया था।

सागर की छोटी बहन ने कहा कि भाई चार दिन पहले दिल्ली गया था। ज्यादा कुछ नहीं बताया था। दो महीने पहले बेंगलुरु से लौटा था।

पिछले 15 सालों से सागर का परिवार लखनऊ में रह रहा है। पिता रोशनलाल कारपेंटर हैं। वह खुद लखनऊ में ई-रिक्शा चलाता है। सागर की मां ने बताया- बेटा कभी किसी से लड़ाई-झगड़ा नहीं करता था। परिवार में कुल मिलाकर चार लोग हैं। एक बहन, माता-पिता और सागर खुद।

सागर की मां ने कहा, बेटा बहुत सीधा है, पता नहीं कैसे दिल्ली पहुंच गया। हमें बहुत जानकारी नहीं है। उधर, पड़ोसियों ने कहा कि हमें कभी इसकी जानकारी नहीं थी वह इन सब कामों में भी शामिल है। घर के पास ही नाना जगदीश, नानी उमा और मामा प्रदीप रहते हैं।