अम्बाला,संजीव मेहता।हरियाणा में हुए राजनीतिक बदलाव के बीच भाजपा ने जजपा से गठबंधन तोड़ दिया है। लोकसभा चुनाव की दहलीज पर हुए इस बड़े घटनाक्रम में मनोहर लाल को दोबारा से मुख्यमंत्री बनाए जाने के कयास लगाए जा रहे थे लेकिन विधायक दल की बैठक में नायब सैनी को विधायक दल का नेता चुना गया

इससे पहले। भाजपा ने अपने सभी विधायकों को चंडीगढ़ बुला लिया है। सात में से छह निर्दलीय विधायक चंडीगढ़ पहुंच रहे हैं। हलोपा के विधायक गोपाल कांडा भी चंडीगढ़ पहुंच चुके हैं। राजनीतिक जानकारों का कहना है कि भाजपा और जजपा गठबंधन टूटने की पटकथा, 240 दिन पहले यानी जून 2023 में ही लिखी गई थी। उस वक्त इन दोनों दलों के बीच दरार आ गई थी। वह दरार अभी तक भरी नहीं थी। ये अलग बात है कि भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा और दुष्यंत चौटाला की मुलाकात के बाद दोनों दलों में चल रहे गतिरोध के कुछ हद तक दूर होने की बात कही गई थी।