लखनऊ संजीव मेहता लोकसभा चुनाव 2024 में भारतीय जनता पार्टी ने जिन नतीजों की उम्‍मीद की थी, वैसे नतीजे सामने नहीं आए हैं. अबकी बार 400 पार का नारा देने वाली बीजेपी अपने दम पर सरकार बनाने से भी पिछड़ती दिख रही है. हालांकि एनडीए 272 के जादूई आंकड़े को पार कर चुका है. इन चुनावों में सबसे ज्‍यादा चौंकाने वाली बात यह है कि जिस मुद्दे पर पीएम नरेंद्र मोदी की पार्टी ने लोकसभा चुनाव 2014 जीता था. फिर उसी मुद्दे पर 2019 में देश में दूसरी बार सरकार बनाई. अब चुनावी वादे को पूरा करने के बाद उसी क्षेत्र में पार्टी हारती नजर आ रही है. जी हां, हम बात कर रहे हैं अयोध्‍या के राम मंदिर की.

फैजाबाद लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत अयोध्‍या का राम मंदिर आता है. चुनाव से ठीक पहले जनवरी में अयोध्‍या के भव्‍य राम मंदिर की प्राण प्रतिष्‍ठा का आयोजन किया गया था. प्राण प्रतिष्‍ठा से पहले विश्‍व हिन्‍दू परिषद ने देश भर में घर-घर पूजन के चावल तक भिजवाए थे. ऐसा लग रहा था कि मानों पूरे देश में पीएम नरेंद्र मोदी की प्रचंड लहर चल रही हो. हालांकि चुनावी रुझानों में कुछ अलग ही तस्‍वीर देखने को मिल रही है.

फैजाबाद सीट पर समाजवादी पार्टी के अवदेश प्रसाद करीब 2 लाख 84 हजार वोटों के साथ पहले स्‍थान पर हैं. भारतीय जनता पार्टी के लल्‍लू सिंह यहां करीब 13 हजार वोटों से पीछे हैं. हालांकि इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता कि आने वाले राउंड में बाजी पलट भी सकती है. अब तक के रुझान यह बताते हैं कि आस्‍था के गढ़ अयोध्‍या से जुड़ी लोकसभा सीट पर ही बीजेपी को बड़ी टक्‍कर मिल रही है.