गोपनीय सूचना के आधार पर पुलिस ने एक बड़ी गैंगवार रोकने का दावा किया है। राजधानी में गुंडागर्दी में लिप्त दो गैंग के छह सदस्यों को असलहा समेत गिरफ्तार किया गया है। ज्यादातर आरोपी पश्चिमी उत्तर प्रदेश के जिलों के रहने वाले हैं। इनमें से एक देहरादून में ग्रेजुएशन प्रथम वर्ष की पढ़ाई कर रहा है। आरोपियों के खिलाफ दो थानों में आर्म्स एक्ट के तहत मुकदमे दर्ज किए गए हैं।

एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि बुधवार को सूचना मिली थी कि दो गैंग के कुछ बदमाश एक-दूसरे के खिलाफ बड़ी घटना कर सकते हैं। इस पर एसओजी, क्लेमेंटटाउन और वसंत विहार थाने की टीमों को जांच में लगाया गया। इस बीच देर रात क्लेमेंटटाउन पुलिस ने दो गैंग के तीन सदस्यों को आशारोड़ी क्षेत्र से गिरफ्तार कर लिया। जबकि तीन बदमाशों को वसंत विहार पुलिस ने इंजीनियर्स एन्क्लेव से दबोचा। इनके पास से एक पिस्तौल, तीन तमंचे और छह कारतूस बरामद हुए।

आरोपियों में एक गैंग के आसिफ मलिक निवासी मेहूंवाला माफी, रितिक पंवार निवासी बबूपुर नागली देवबंद, आकाश निवासी साकेत मेरठ और दूसरी गैंग के कार्तिक निवासी सुभाष नगर मूल निवासी पुट्ठी धनोरा बागपत, हिमांशु निवासी राधा कृष्ण कॉलोनी सर्किट हाउस सहारनपुर और विराट निवासी पचेनंडा मुजफ्फरनगर शामिल हैं।

पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि इसी साल क्लेमेंटटाउन पुलिस ने आसिफ मलिक के खिलाफ जानलेवा हमले का मुकदमा दर्ज किया था। पहले कार्तिक आदि भी एक ही गैंग में शामिल थे, लेकिन इस मुकदमे के बाद कार्तिक व उसके साथी आसिफ मलिक की गिरफ्तारी के लिए दूसरे पक्ष के साथ मिल गए। पुलिस को इसकी सूचना देने लगे। आसिफ मलिक गिरफ्तार हुआ। इसके बाद उसे जमानत मिल गई।

अब दोनों पक्ष एक-दूसरे से रंजिश रखने लगे। पिछले दिनों फरमान नाम के एक सदस्य से इन लोगों ने मारपीट भी की। अब फिर से ये दोनों गैंग एक-दूसरे पर हमले की साजिश रच रहे थे। पिछले दिनों ही उन्होंने पश्चिमी उत्तर प्रदेश से असलहा भी इकट्ठा किया था। एसएसपी ने बताया कि आरोपियों को न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया है।