हरिद्वार, संजीव मेहता। हरिद्वार जनपद के बुग्गावाला थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले लामग्रांट गांव में स्थित ‘हरी गंगा क्रेशर’, जो कि नदी के बिलकुल पास स्थित है, अवैध खनन का केंद्र बना हुआ है। माफिया बेखौफ होकर नदी से अवैध रूप से खनन कर रहे हैं और भारी मात्रा में मिट्टी-बजरी ट्रैक्टर-ट्रॉलियों में भरकर सीधे क्रेशर तक पहुंचाई जा रही है।

सरकार को हो रहे लाखों रुपये के राजस्व नुकसान के बावजूद, स्थानीय प्रशासन और पुलिस तमाशबीन बनी हुई है। ऐसा प्रतीत होता है मानो उन्हें सब कुछ दिखाई ही नहीं दे रहा, या जानबूझ कर आंख मूंद रखी है।

स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि इतने बड़े पैमाने पर हो रहे अवैध खनन के पीछे प्रशासन और खनन माफिया की मिलीभगत है। लोगों का सवाल है — जब क्रेशर नदी के इतने करीब है, और अवैध खनन इतनी खुल्लमखुल्ला हो रहा है, तो क्या वाकई पुलिस और प्रशासन को इसकी भनक नहीं?

अब देखने वाली बात यह होगी कि खबर के प्रकाशन के बाद जिले के उच्च अधिकारी इस पर कोई सख्त कार्रवाई करते हैं या यह मामला भी सिर्फ “कागजों की खानापूरी” बनकर रह जाएगा।

फिलहाल, लामग्रांट गांव का हरी गंगा क्रेशर प्रशासनिक उदासीनता और माफियाओं की दबंगई का जीता-जागता उदाहरण बन चुका है।