मुंबई: voice of india।देश की आर्थिक राजधानी मुंबई के पवई इलाके में गुरुवार दोपहर करीब 1 बजकर 30 मिनट पर एक व्यक्ति ने 17 स्कूली बच्चों समेत कुल 19 लोगों को बंधक बना लिया. पीड़ित पवई स्थित महावीर क्लासिक बिल्डिंग में एक वेब सीरीज के ऑडिशन के बहाने इकट्ठा हुए थे. पवई पुलिस ने तुरंत स्पेशल यूनिट, क्विक एक्शन फोर्स और NSG कमांडो को बुलाया और बाथरूम में घुसकर सभी को सुरक्षित बचा लिया और आरोपी को मार गिराया है.

जानकारी के मुताबिक पुलिस की कार्रवाई के दौरान आरोपी रोहित आर्या को गोली लगी थी, जिसके बाद उसे इलाज के लिए अस्पताल भेजा गया था. उसके पास से एक एयर गन और केमिकल बरामद किए गए हैं. रिपोर्ट के अनुसार पवई पुलिस स्टेशन के अधिकार क्षेत्र में आने वाली महावीर क्लासिक सोसाइटी के हॉल में पिछले पांच दिनों से एक वेब सीरीज की शूटिंग का ऑडिशन चल रहा था. सुबह-सुबह विभिन्न जिलों से 25-30 बच्चे ऑडिशन के लिए वहां पहुंचे थे

.बताया जा रहा है कि रोहित आर्या ने कथित तौर पर एयर गन से 19 लोगों को धमकाया और बंधक बना लिया. इनमें 17 बच्चे शामिल थे. इस बीच आरोपी रोहित आर्या ने एक वीडियो जारी किया, जिसमें कथित तौर पर कहा गया है कि वह कुछ लोगों से बात करना चाहता है. शख्स ने धमकी देते हुए कहा, “अगर उसे ऐसा करने नहीं दिया गया, तो वह आग लगा देगा. साथ ही खुद को और बच्चों को नुकसान पहुंचाएगा.”

एयर गन और केमिकल जब्त
पुलिस उपायुक्त दत्तात्रेय नलावड़े ने बताया कि पुलिस को दोपहर करीब 1 बजकर 45 मिनट पर एक कॉल आई जिसमें बताया गया कि महावीर क्लासिक नामक एक इमारत में एक व्यक्ति ने छोटे बच्चों को बंधक बना रखा है. पुलिस ने तुरंत कार्रवाई की और बच्चों को बंधक बनाने वाले व्यक्ति से बातचीत की. इसके बाद, पुलिस अधिकारी बाथरूम से अंदर घुसे और अंदर मौजूद एक व्यक्ति की मदद से सभी बच्चों को सुरक्षित बचा लिया.

इससे पहले प्राथमिक जांच में उसके पास से एक एयर गन और केमिकल मिले थे. इस संबंध में डीसीपी दत्तात्रेय नलावडे ने बताया कि बच्चों को एक वेब सीरीज के ऑडिशन के लिए बुलाया गया था, जिसके लिए सोसाइटी हॉल बुक किया गया था. इस दौरान आरोपी ने ऑडिशन देने आए बच्चों को ही बंधक बना लिया.

रोहित आर्य का बयान
रोहित आर्य ने वीडियो जारी कर कहा, “मैं आतंकवादी नहीं हूं.मेरी कुछ साधारण मांगें हैं. मैं कुछ लोगों से बात करना चाहता हूं और सवाल पूछना चाहता हूं. मैं पैसे की मांग नहीं कर रहा हूं. मैं पहली मई से अनशन कर रहा हूं, लेकिन इसे हमेशा ‘आज-कल’ पर टाल दिया जाता है. अब मैंने कड़ा अनशन शुरू कर दिया है और मैं पानी भी ग्रहण नहीं कर रहा. गंभीरता समझी जाए तो अच्छा होगा, वरना, जय श्री राम! मैं अकेला नहीं हूं. कई लोगों को यह समस्या है. समाधान के लिए मुझे बातचीत की जरूरत है.”

प्रारंभिक जानकारी के अनुसार रोहित दावा है कि उन्होंने शिक्षा विभाग के लिए एक स्वच्छता निगरानी परियोजना के लिए कर्ज लिया था, लेकिन उनका पैसा सरकार के पास अटका हुआ है, जिससे करोड़ों रुपये का नुकसान हुआ है. कथित तौर पर उसने अपने मुद्दे पर ध्यान आकर्षित करने के लिए यह कृत्य किया है.