देहरादून, संजीव मेहता।: उत्तराखंड में आगामी विधानसभा चुनाव 2027 के चुनाव से पहले आपस में ही कांग्रेसियों के बीच मान सम्मान की लड़ाई शुरू हो गई है. ऐसा ही कुछ देहरादून कांग्रेस प्रदेश मुख्यालय में देखने को मिला. जहां सम्मान पर ठेस पहुंचने से नाराज कांग्रेस प्रदेश महामंत्री नीरज त्यागी अकेले प्रदेश मुख्यालय के परिसर में धरने पर बैठ गए. हालांकि, उन्होंने किसी भी नाराजगी से इनकार करते हुए कहा कि यह विचारधारा की लड़ाई है. कुर्सी पर बैठकर पनप रहा अहंकार: कांग्रेस प्रदेश महामंत्री नीरज त्यागी ने धरना दिए जाने के सवाल पर कहा कि जब देश की आजादी के लिए लड़ाई लड़ी जा रही थी, तब कांग्रेसजनों ने जमीन पर बैठकर ही इस लड़ाई की शुरुआत की थी. ‘आगामी 2027 का विधानसभा चुनाव नजदीक है. ऐसी सूरत में कांग्रेस को बीजेपी जैसी ताकत से टकराना है, लेकिन हम लोगों में कुर्सी पर बैठकर अहंकार पनप रहा है. इसी अहंकार को खत्म करने के लिए उन्होंने जमीन पर बैठने का फैसला लिया है.‘ उन्होंने आहत होकर कांग्रेसी नेताओं को नसीहत दी है कि ‘हमें बड़ी गद्देदार और मुलायम कुर्सियों को छोड़कर जमीन में बैठने की आदत डालनी चाहिए, जिससे जमीनी कार्यकर्ता कांग्रेस के साथ जुड़ सके. ऐसा कदम उठाने से कांग्रेस के उन समर्पित कार्यकर्ताओं को समानता का एहसास होगा, जो साल 2002 से लगातार पार्टी के लिए मेहनत करते आ रहे हैं । बीते रोज कुर्सी पर बैठने को लेकर हुई थी तकरार: मामला बीते रोज यानी 29 अक्टूबर का है, जब प्रदेश कांग्रेस के महामंत्री नीरज त्यागी लालतप्पड़ स्थित आवास से रोजमर्रा की तरह पार्टी के प्रदेश मुख्यालय पहुंचे थे. इसी बीच नीरज त्यागी कांग्रेस प्रदेश उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना की गैरमौजूदगी में उनकी कुर्सी पर बैठ गए. इतने में श्रम कांग्रेस के अध्यक्ष दिनेश कौशल ने उनको कुर्सी से उठने के लिए कहा. इसी बात को लेकर दोनों में तीखी बहस भी हुई. जिसे लेकर नीरज त्यागी ने गांधीवादी तरीके से आज कांग्रेस प्रदेश मुख्यालय परिसर में जमीन पर बैठकर उन नेताओं को संदेश दिया है, जिन्होंने पुराने नेताओं का सम्मान करना छोड़ दिया है. Post Views: 663 Post navigation सीएम पुष्कर सिंह धामी ने किया “युवा संवाद” में सहभाग, बोले– भारत का जन भी युवा है, भारत का मन भी युवा है 🇮🇳 🌄 “अपणु पर्व, अपणु गौं, अपणु गौरव — इगास बग्वाल की जय!” 🌄