संजीव मेहता (मीडिया रिपोर्ट्स) विनेश फोगाट पेरिस ओलंपिक के कुश्ती के फाइनल में लड़ने से पहले ही डिसक्वालिफाई कर दी गईं। इसके बाद तरह की प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं। भारतीय ओलंपिक संघ द्वारा जारी बयान में कहा गया है कि मंगलवार को प्री क्वार्टर फाइनल में उतरने से पहले जो वजन मापा गया था, तब विनेश 49.9 किलो की थीं, जो कि 50 किलो भारवर्ग में उतरने के लिए ठीक था। हालांकि, मंगलवार को तीन राउंड, प्री क्वार्टर फाइनल, क्वार्टर फाइनल और सेमीफाइनल खेलने के बाद उनका वजन 52.7 किलो हो गया, जो कि 2.8 किलो ज्यादा था। अब सबसे बड़ा सवाल यही उठ रहा है कि आखिरकार विनेश का 2.8 किलो वजन 12 घंटे के अंदर बढ़ा कैसे? आखिर ऐसा क्या हो गया कि विनेश अचानक से इस भारवर्ग में हिस्सा लेने के काबिल नहीं रह गईं? 

इन सभी मुद्दों पर पेरिस ओलंपिक में भारतीय दल के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर दिनशॉ पारदीवाला ने बयान दिया है। उन्होंने बताया कि विनेश के साथ कैसे और क्या हुआ, जिससे उन्हें डिसक्वालिफाई होना पड़ा। साथ ही यह भी बताया कि विनेश ने वजन घटाने के लिए क्या-क्या प्रक्रिया अपनाई? डॉक्टर पारदीवाला ने कहा- यह जो वजन घटाने की प्रक्रिया है वजन मापने वाले कार्यक्रम से पहले, उसमें काफी रिस्क होता है और काफी सावधानियां बरतनी पड़ती हैं। इसमें एथलीट्स को खाने और पीना संबंधी सावधानियां बरतनी पड़ती हैं। इसके अलावा एथलीट को काफी पसीना बहाना होता है। यह एक यंत्र के द्वारा किया जाता है और व्यायाम का इस्तेमाल होता है। साथ ही इसमें स्टीम का भी इस्तेमाल किया जाता है। यह भले ही उन्हें हल्के वेट कैटेगरी में ले जाता है, लेकिस इससे एथलीट में कमजोरी और ऊर्जा मे कमी आती है। इससे आपको उस कैटेगरी में खेलने में मुश्किल आती है।’

डॉक्टर ने कहा- ऊर्जा को बनाए रखने के लिए हम एथलीट्स को पानी और उन्हें कुछ ऊर्जावान खाना देते हैं। यह एक तरह से काउंटर बैलेंस करता है। अगर आप वजन घटा सकते हैं तो आप कम अच्छे खिलाड़ी के साथ प्रतिस्पर्धा कर सकते हैं। कई पहलवान ऐसा करते हैं। एक स्ट्रैटजी होती है जिसके तहत आप अपनी ऊर्जा को वापस पा सकते हैं, लेकिन पानी और खाना के अमाउंट को भी देखना होता है। इसको कैलकुलेट करने के लिए पहलवान के साथ मौजूद टीम जिम्मेदार होती है। विनेश को मैट पर उतरने के लिए जो डाइट की आवश्यकता थी, वह था 1.5 किलो। यह टीम विनेश के साथ काफी समय से काम कर रही है। विनेश खुद उस टीम के साथ काम करने को लेकर सहज हैं। इसलिए उन्होंने 1.5 किलो का डाइट लिया, जो उन्हें तीन बाउट को लड़ने के लिए चाहिए थे। एक बात पर यहां ध्यान देना चाहिए कि जब आप वजन घटाते हैं डिहाईड्रेशन के द्वारा तो आपको पानी की जरूरत पड़ती है। ऐसा करने से आपके वजन में विपरीत बढ़ोतरी होने का भी खतरा होता है।’

डॉक्टर ने कहा- ‘मंगलवार को जब विनेश तीन बार मैट पर उतरीं, तो उनके तीनों मुकाबले कड़े रहे थे। उन्हें खुद को डिहाईड्रेशन से बचाने के लिए पानी की जरूरत पड़ती है, ताकि आपके शरीर में ऊर्जा बची रहे। ऐसा नहीं हुआ तो आप बीमार पड़ जाएंगे और मेडिकल कंडीशन ऐसी नहीं रहेगी कि आप प्रतिस्पर्धा कर पाएं। ऐसे में आपको न्यूट्रीशन और पानी की जरूरत पड़ती है। जब सेमीफाइनल के बाद उनका वजन मापा गया तो वह वजन के तय सीमा से 2.7 किलो ज्यादा था।’ यानी विनेश का वजन 52.7 किलो था। प्री क्वार्टर फाइनल से पहले विनेश का वजन 49.9 किलो था, यानी उनके वजन में कुल 2.8 किलो की बढ़ोतरी हुई। उन्होंने कहा- टइसके बाद टीम और कोच ने अपना काम शुरू किया, जिसमें पसीना बहाना, सीमित मात्रा में पानी लेना, कोई खाना नहीं शामिल है। इसके लिए आमतौर पर समय की जरूरत होती है, लेकिन हमारे पास ज्यादा समय नहीं था। सिर्फ 12 घंटे थे, हमारे पास। ऐसे में हमारी टीम ने पूरी रात हर संभव प्रयास करने की कोशिश की ताकि विनेश का वजन कम हो सके। जब ऐसी स्थिति आई कि वह और पसीना नहीं बहा पा रही थीं, तो हमने कुछ और तरीके भी अपनाए। इनमें बालों को काटना, उनके कपड़े को कुछ मिलिग्राम तक कम किया।’

डॉक्टर ने कहा- सुबह सात बजकर 15 मिनट से सात बजकर 30 मिनट का हमें समय दिया गया, हमने तब भी कोशिश की और सात बजकर 29 मिनट पर जब हमने फाइनल वजन कराया तो उसमें 100 ग्राम ज्यादा थे। अगर हमारे पास कुछ घंटों का और वक्त होता तो हम उस 100 ग्राम को भी मैनेज कर सकते थे, लेकिन हमारे पास समय नहीं था। जब वह डिसक्वालिफाई हो गईं तो हमने उन्हें रीहाइड्रेट करने की कोशिश की और उन्हें जरूर फ्लूइड दिए। उन्होंने खाना खाया और पानी भी पिया। वह फिलहाल सामान्य स्थिति में हैं। हमने उनका ब्लड टेस्ट भी कराया, उसमें भी वह ठीक हैं। विनेश ने पीटी उषा से भी मुलाकात की और उन्हें बताया कि वह फिजिकली ठीक हैं, लेकिन हां यह उनका तीसरा ओलंपिक है और वह देश के लिए कुछ करना चाहती थीं, लेकिन 100 ग्राम ने उनके सपने को उनसे छीन लिया।

उन्होंने कहा, ‘यह साजिश हो सकती है। 100 ग्राम, मतलब मजाक है क्या? हम खिलाड़ी एक रात में पांच से छह किलो वजन घटा सकते हैं। हमें पता होता है कि अपनी भूख और प्यास पर कैसे काबू रखना है। साजिश का मतलब यह है कि लोग खेलों में भारत के बढ़ते कद को देखकर खुश नहीं हैं। इस लड़की (विनेश) ने इतना कुछ झेला है कि उसके लिए दुख होता है। वह और क्या कर सकती थी। अब कौन सी अगली परीक्षा है उनके सामने। मुझे यकीन नहीं होता कि विनेश ऐसी गलती करेगी। वह इतने लंबे समय से एलीट खिलाड़ी हैं और उन्हें पता है कि इसमें कुछ और भी है। मुझे उनकी चिंता हो रही है। उम्मीद है कि वह ठीक है और उनके साथ जो कुछ हुआ, वह ठीक नहीं है।’