पटना,वौइस् ऑफ इंडिया। बिहार में सियासी उठापटक जारी है. जहां एक तरफ नीतीश कुमार RJD के साथ गठबंधन छोड़कर NDA में जा सकते हैं तो वहीं, बिहार के अन्य दलों के बीच भी हलचल जारी है. इसी में एक नाम चिराग पासवान का भी है. चिराग पासवान खेमे के सूत्र बताते हैं कि नीतीश की एनडीए में वापसी पर उनकी अलग ही चिंताएं हैं. उच्च सूत्रों का कहना है कि बिहार फर्स्ट, बिहारी फर्स्ट की नीति पर एलजेपी (रामविलास पासवान) काम करना चाहती है.

मैं NDA में हूं लेकिन विकल्प हमेशा खुले हैंः चिराग पासवान
भाजपा एक बड़ी पार्टी है लेकिन उसे बिहार के लिए न्यूनतम साझा कार्यक्रम पर काम करना चाहिए. पासवान पार्टी चाहती है कि उनकी सीटें कम न हों. 2020 में 6+1 पुराना फार्मूला है, जिस पार्टी पर हम सख्त रहेंगे. चिराग ने कहा है कि बात नहीं बनी तो बिहार में 23 सीटों पर चुनाव लड़ेंगे. तेजस्वी से बातचीत पर चिराग ने कहा कि, दुश्मन का दुश्मन का दोस्त होता है. लेकिन मैं बहुत स्पष्ट हूं कि मैं एनडीए गठबंधन में हूं, लेकिन विकल्प हमेशा खुले हैं।

चिराग ने आगे यह भी कहा कि हमें खुशी है कि बिहार में फिर से एनडीए की सरकार बन रही है। हमारी सोच ‘बिहार फर्स्ट बिहारी फर्स्ट की है। उन्होंने कहा कि मेरा सीएम नीतीश से नीतिगत विरोध था, है और अगर उनकी नीतियों पर काम चलता रहा तो यह विरोध आगे भी रहेगा।

चिराग ने कहा कि उन्होंने हमेशा माना है कि नीतीश कुमार की नीतियों से बिहार का विकास नहीं हुआ है। उन्होंने कहा कि नई सरकार में भाजपा और लोजपा (रामविलास) के विजन को जोड़ा जाता है तो बिहार के लिए फायदेमंद होगा।