संजीव मेहता।आचार्य चाणक्य श्रेष्ठ विद्वान होने के साथ ही एक अच्छे शिक्षक भी माने जाते हैं. चाणक्य विश्वप्रसिद्ध तक्षशिला विश्वविद्यालय से शिक्षा ग्रहण किये और यही पर आचार्य के पद पर विद्यार्थियों का मार्गदर्शन भी किया करते थे. वे न सिर्फ कुशल कूटनीतिज्ञ बल्कि एक महान रणनीतिकार और अर्थशास्त्री थे.
आचार्य चाणक्य ने अपने जीवन में कठिन से कठिन परिस्थितियों का सामना किया था परंतु कभी हार नहीं माना और अपने लक्ष्य को प्राप्त किया। चाणक्य ने अपनी नीति में पैसे, सेहत, बिजनेस, दांपत्य जीवन, समाज, जीवन में सफलता से जुड़े तमाम चीजों पर अपनी राय दी है।

अगर कोई व्यक्ति की आचार्य चाणक्य की बातों का अनुसरण करता है, तो वह ब्यक्ति जीवन में कभी गलती नहीं करेगा और सफल एक मुकाम पर पहुंच सकता है। चाणक्य नीति में महिलाओं और पुरुषों के संबंधों के साथ-साथ उनके गुणों के बारे में भी बताया गया है। पति और पत्नी को एक दूसरे का पूरक कहा जाता है।


दोनों सुख दुख के साथी होते हैं। फिर भी जीवन की कुछ ऐसी बातें हैं, जो किसी भी व्यक्ति से नहीं कहनी चाहिए। अपनी पत्नी से भी इन बातों को छिपाकर रखना चाहिए, वरना भविष्य में झेलनी पड़ सकती है परेशानी। जानते हैं ऐसी कौन सी बातें हैं जो पति को अपनी पत्नी को नहीं बतानी चाहिए।
चाणक्य नीति शास्त्र के अनुसार पति को कभी भी पत्नी को अपने हुए अपमान के बारे में नहीं बताना चाहिए. ऐसा माना जाता है की अगर महिलाओं को इस बात कि जानकारी होती है तो वह इस अपमान का समय-समय पर ताना देने से चूकती नहीं हैं.
दान छिपा कर करें

चाणक्य नीति में चाणक्य कहते हैं दान का महत्व तभी होता है. जब उसे गुप्त रूप से दिया जाए. दान को अपनी पत्नी से भी गुप्त ही रखना चाहिए. इससे आपके दान का महत्व कम तो होता ही है. साथ ही कई बार पत्नी दान पर किए गए खर्च की दुहाई देकर आपको भला बुरा कह सकती है.।
खुद की कमजोरी न बताएं

आचार्य चाणक्य के अनुसार अगर पति के अंदर कोई भी कमजोरी है तो पति को इस कमजोरी के बारे में अपनी पत्नी से साझा नहीं करनी चाहिए.
चाणक्य नीति के अनुसार यदि पत्नी को आपकी कमजोरी पता चल गई तो वो अपनी बात मनवाने के लिए आपकी कमजोरी पर ही प्रहार कर सकती है. इसलिए अपनी कमजोरी कभी न पत्नी को बताएं न किसी अन्य ब्यक्ति को.।