हरिद्वार, 4 अक्टूबर। मेहता संजीव।राजस्थान और मध्य प्रदेश में कफ सिरप से हुई बच्चों की मौत की घटनाओं के बाद उत्तराखंड सरकार अलर्ट मोड पर है। बच्चों और जनता की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए एफ.डी.ए. (खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन) ने शनिवार को हरिद्वार जिले में ताबड़तोड़ छापेमारी की।

🔍 किन पर हुई कार्रवाई?

एफ.डी.ए. की टीम ने जिले की फार्मा कंपनियों, CMSD स्टोर्स और मेडिकल स्टोर्स पर छापेमारी की। इस दौरान –

Shreya Pharma (भगवानपुर)

Kim Laboratories (मखनपुर, भगवानपुर)

Omega Pharma

से नमूने लिए गए।
👉 कुल 20 नमूने जांच के लिए सील किए गए। दोषपूर्ण दवा पाए जाने पर कंपनियों और स्टोर्स पर कड़ी कार्रवाई होगी।

👩‍⚕️ टीम में शामिल अधिकारी

सीनियर ड्रग इंस्पेक्टर अनीता भारती

ड्रग इंस्पेक्टर मेघा

ड्रग इंस्पेक्टर हरीश

सीडीएससीओ (केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन) के अधिकारी

📢 स्वास्थ्य सचिव का सख्त संदेश

स्वास्थ्य सचिव एवं आयुक्त, एफ.डी.ए. डॉ. आर. राजेश कुमार ने कहा –

“बच्चों की सुरक्षा से किसी भी स्तर पर समझौता नहीं होगा।”

दोषपूर्ण या संदिग्ध दवा तुरंत बाजार से हटाई जाएगी।

दोषी कंपनियों और मेडिकल स्टोर्स पर सख्त कानूनी कार्रवाई होगी।

साथ ही उन्होंने सभी CMO और औषधि निरीक्षकों को नियमित निरीक्षण और नमूना एकत्र करने के निर्देश दिए।

🚫 डॉक्टरों को चेतावनी

एफ.डी.ए. ने डॉक्टरों से अपील की है कि प्रतिबंधित कफ सिरप बच्चों को न लिखें। केवल अनुमोदित और सुरक्षित दवाओं का ही इस्तेमाल किया जाए।

🗣️ जनता से अपील

यदि किसी भी संदिग्ध दवा या स्टोर की जानकारी हो, तो तुरंत स्वास्थ्य विभाग या एफ.डी.ए. टीम को सूचित करें। इससे समय रहते कार्रवाई संभव होगी।

मुख्यमंत्री का स्पष्ट संदेश

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा –
“बच्चों की जान से खिलवाड़ करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। दोषपूर्ण दवा बनाने या बेचने वालों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई होगी।”


✅ संक्षेप में:
हरिद्वार में एफ.डी.ए. का अभियान सिर्फ निरीक्षण तक सीमित नहीं है, बल्कि यह सुनिश्चित करने तक जारी रहेगा कि बाजार में उपलब्ध हर दवा सुरक्षित और मानकों के अनुरूप हो।