दिव्या टाइम्स इंडिया। अवैध खनन के मामले में तहसील प्रशासन की ओर से डंपर और जेसीबी को सीज नहीं करने, खनन माफिया के खिलाफ 24 घंटे बाद भी कार्रवाई नहीं करने का आरोप लगाते हुए जसपुर विधायक आदेश चौहान की एसडीएम से तीखी नोकझोंक हो गई। विधायक ने तहसील प्रशासन पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए। एसडीएम ने पूरे मामले की जांच कर कार्रवाई का आश्वासन दिया तब मामला शांत हुआ।

विधायक चौहान एसडीएम कार्यालय पहुंचे और उन्होंने एसडीएम गौरव चटवाल से मंगलवार को खनन में लगे वाहनों के स्वामियों पर हुई कार्रवाई की जानकारी मांगी। आरोप लगाया कि अवैध खनन में लगे दो डंपरों और एक जेसीबी को तहसील प्रशासन ने जानबूझकर छोड़ा है। कहा कि वह इस पूरे प्रकरण को विधानसभा में उठाएंगे। इसको लेकर विधायक और एसडीएम के बीच तीखी नोकझोंक हुई।

एसडीएम गौरव चटवाल ने विधायक के आरोपों को बेबुनियाद बताकर कहा कि तहसीलदार एक डंपर और एक जेसीबी को तहसील में लेकर आई थी। डंपर को रवन्ना दिखाने पर छोड़ दिया गया जबकि एक जेसीबी अब भी कब्जे में है। जहां पर खनन किया जा रहा था वह पूरन सिंह पुत्र फूल सिंह का खेत था। कहा कि खनन माफिया के खिलाफ जुर्माने की नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी। पुलिस के पहुंचने से पहले ही एक जेसीबी चालक मशीन लेकर फरार हो गया था। नदी में खड़े दोनों डंपर में खनिज सामग्री नहीं थी।