देहरादून,संजीव मेहता।उत्तराखंड राज्य आंगनबाड़ी कर्मचारी संघ की अध्यक्ष सुशीला खत्री ने पत्रकारों के साथ बातचीत में कहा की धमनी सरकार महिलाओं का सम्मान करने की बड़े-बड़े दावे करती है लेकिन हकीकत यह है कि महिलाओं के साथ धामी सरकार की पुलिस धक्का मुकी करती है। जिसका प्रत्यक्ष प्रमाण आशा कार्यकत्रियों के साथ दुर्व्यवहार इसका प्रत्यक्ष प्रमाण है सुशीला खत्री ने कहा कि आज धामी सरकार ने भी महिलाओं के लिए कोई ऐलान नहीं किया उल्टा महिलाओं को ठूस ठूस कर पुलिस की गाड़ियों में भरकर ले जाया गया जो की बहुत ही निंदनीय है । सुशीला खत्री ने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर सरकार ने आंगनवाड़ी व आशा फैसिलिटेटर की मांगे आचार संहिता लगने से पहले मांगे न मानी तो सरकार को इसके गंभीर प्रणाम भुगतने पड़ेंगे ।

आशा फैसिलिटेटर रेनू नेगी ने कहा कि करोना जैसी महामारी में भी अपने प्राणों को संकट में डालकर सेवाए दी।लेकिन इसका इनाम उनको पुलिस बर्बरता के तौर पर मिल रहा है।

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