जीवन में सफल हर कोई होना चाहता है। लेकिन सफलता की राह इतनी आसान नहीं होती। आपको कुछ त्याग करने होते हैं। साथ ही खुद को असफलता के लिए भी तैयार करना होता है। कई बार हमारे व्यवहार में कुछ ऐसी चीजें होती हैं जो हमें कमी नहीं लगतीं लेकिन वे सफलता के रास्ते का बहुत बड़ा कांटा बन सकती हैं। अगर आप चाहते हैं कि जिंदगी में हर काम बने तो आचार्य चाणक्य की ये नीतियां पता होनी चाहिए। असफल इंसान से सीखें सफल लोगों से ज्यादा असफल लोगों से सीखें। सक्सेसफुल इंसान भी असफल इंसान की गलती से सीखता है। जीवन में कैसा बनना है, यह हर कोई बताता है। कैसा नहीं बनना है यह कोई नहीं बताता। जो लोग जीवन में कुछ नहीं कर सके उनसे सीखें कि उन्होंने क्या किया जो जीवन में आगे नहीं बढ़ सके। न भटकने दें ध्यान हमेशा लक्ष्य पर फोकस्ड रहें। दुश्मन हमें किसी भी मोड़ पर मिल सकते हैं। सबसे बड़ा दुश्मन हमारे भटकते विचार हैं। लोग इन्हीं की वजह से सफलता से भटक जाते हैं। फोकस्ड रहने पर आपको मंजिल भले न मिलें लेकिन ठोकरें कम मिलेंगी। ज्वालापुर की 2 नाबालिक बालिकाओं को किया सकुशल बरामद शरीर को दें कष्ट सफल होना है तो स्वादिष्ट भोजन और चैन की नींद से दूर रहना होगा। ये क्षणिक सुख आपको सफल नहीं होने देगा। शरीर को इतना आरामतलब न बनाएं। क्योंकि सफलता के रास्ते में कष्ट भी होता है। शरीर आराम का आदी हो गया तो ये सफलता के रास्ते की रुकावट बन जाएगा। मूर्ख दिखें लोगों के सामने मूर्ख दिखें। यहां मूर्ख होने या बनने की बात नहीं की जा रही बस आपको लोगों के सामने ओवरस्मार्ट नहीं बनना है। अगर आप प्रतिभाशाली दिखेंगे तो लोग आपके रास्ते की रुकावट बनने लगेंगे। मूर्ख इंसान के बारे में कोई ज्यादा नहीं सोचता। खूब सीखिए पर किसी को दिखाइए नहीं। कम बोलें कम बोलने से आपकी बात में वजन आता है। जो कम बोलता है उसकी बात सुनने में लोग दिलचस्पी लेता है। अगर आप शांत होकर सामने वाले की बात सुनते हैं तो सामने वाले को अच्छा महसूस होता है और आपके रिश्ते मजबूत होते हैं। बोलने से पहले यह जरूर सोचें कि जो बोलने जा रहे हैं, वो बोलना जरूरी है या नहीं। ज्यादा बात करने से आप ऐसी बातें भी शेयर कर देंगे जो जरूरी नहीं। Post Views: 114 Post navigation Ramlila Delhi:धार्मिक रामलीला कमेटी की रामलीला में श्री रामजी का 14 वर्ष का वनवास का मंचन देखह दर्शक हुए भावुक हलक में अटकीं 250 लोगों की जानें… चीत्कार के बीच खुद को बचाने के साथ अपनों को खींचते रहे लोग