नई दिल्ली,संजीव मेहता।भारतीय पहलवान बजरंग पूनिया ने भारतीय कुश्ती संघ के नए प्रमुख संजय सिंह के विरोध में अपना पद्म श्री पुरस्कार लौटा दिया है। उन्होंने सोशल मीडिया पर इसकी जानकारी दी। बजरंग ने पद्म पुरस्कार लौटाने का एलान करते हुए भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को खत लिखा है। इस खत की फोटो सोशल मीडिया पर शेयर करते हुए बजरंग ने लिखा “मैं अपना पद्मश्री पुरस्कार प्रधानमंत्री जी को वापस लौटा रहा हूं। कहने के लिए बस मेरा यह पत्र है। यही मेरा स्टेटमेंट है।”दूसरी तरफ संजय सिंह के विरोध में साक्षी मलिक ने कुश्ती छोड़ने का फैसला किया है। बजरंग और साक्षी के फैसले से जमकर बवाल हो रहा है। सोशल मीडिया पर बजरंग के पद्म श्री पुरस्कार लौटाने का एक वीडियो वायरल हो रहा है। यह वीडियो प्रधानमंत्री आवास के बाहर का बताया जा रहा है। इस वीडियो में बजरंग पूनिया प्रधानमंत्री आवास के सामने फुटपाथ पर ही अपना पद्म श्री पुरस्कार रख कर वापस लौटते दिखाई दे रहे हैं। वहां मौजूद पुलिस अधिकारी उनसे ऐसा न करने की अपील कर रहे हैं, लेकिन बजरंग पद्म श्री रखकर वापस लौट जाते हैं। इस बीच खेल मंत्रालय ने कहा है कि वह बजरंग से इस फैसले को पलटने के लिए विचार करने की बात कहेंगे। नशा तस्करों के विरुद्ध हरिद्वार पुलिस की बड़ी कारवाई 06.57 ग्राम स्मैक के साथ दबोचा तस्कर बजरंग पूनिया ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लिखे गए खत में लिखा “माननीय प्रधानमंत्री जी, उम्मीद है कि आप स्वस्थ होंगे। आप देश की सेवा में व्यस्त होंगे। आपकी इस भारी व्यस्तता के बीच आपका ध्यान हमारी कुश्ती पर दिलवाना चाहता हूं। आपको पता होगा कि इसी साल जनवरी महीने में देश की महिला पहलवानों ने कुश्ती संघ पर काबिज बृजभूषण सिंह पर सेक्सुएल हरासमैंट के गंभीर आरोप लगाए थे, जब उन महिला पहलवानों ने अपना आंदोलन शुरू किया तो मैं भी उसमें शामिल हो गया था। आंदोलित पहलवान जनवरी में अपने घर लौट गए, जब उन्हें सरकार ने ठोस कार्रवाई की बात कही। लेकिन तीन महीने बीत जाने के बाद भी जब बृजभूषण पर एफआईआर तक नहीं की तब हम पहलवानों ने अप्रैल महीने में दोबारा सड़कों पर उतरकर आंदोलन किया ताकि दिल्ली पुलिस कम से कम बृजभूषण सिंह पर एफआईआर दर्ज करे, लेकिन फिर भी बात नहीं बनी तो हमें कोर्ट में जाकर एफआईआर दर्ज करवानी पड़ी। जनवरी में शिकायतकर्ता महिला पहलवानों की गिनती 19 थी जो अप्रैल तक आते आते 7 रह गई थी, यानी इन तीन महीनों में अपनी ताकत के दम पर बृजभूषण सिंह ने 12 महिला पहलवानों को अपने न्याय की लड़ाई में पीछे हटा दिया था। उप राष्ट्रपति श्री जगदीप धनखड़ के 23 Dec.कल हरिद्वार भ्रमण को लेकर पुलिस,प्रशासन द्वारा पूरी की तैयारियां,गलत जगह वाहन पार्क किया तो खैर नही आंदोलन 40 दिन चला। इन 40 दिनों में एक महिला पहलवान और पीछे हट गई। हम सब पर बहुत दबाव आ रहा था। हमारे प्रदर्शन स्थल को तहस नहस कर दिया गया और हमें दिल्ली से बाहर खदेड़ दिया गया और हमारे प्रदर्शन करने पर रोक लगा दी। जब ऐसा हुआ तो हमें कुछ समझ नहीं आया कि हम क्या करें। इसलिए हमने अपने मेडल गंगा में बहाने की सोची। जब हम वहां गए तो हमारे कोच साहिबान और किसानों ने हमें ऐसा नहीं करने दिया। उसी समय आपके एक जिम्मेदार मंत्री का फोन आया और हमें कहा गया कि हम वापस आ जाएं, हमारे साथ न्याय होगा। इसी बीच हमारे गृहमंत्री जी से भी हमारी मुलाकात हुई, जिसमें उन्होंने हमें आश्वासन दिया कि वे महिला पहलवानों के लिए न्याय में उनका साथ देंगे और कुश्ती फेडरेशन से बृजभूषण, उसके परिवार और उसके गुर्गों को बाहर करेंगे। हमने उनकी बात मानकर सड़कों से अपना आंदोलन समाप्त कर दिया, क्योंकि कुश्ती संघ का हल सरकार कर देगी और न्याय की लड़ाई न्यायालय में लड़ी जाएगी, ये दो बातें हमें तर्कसंगत लगीं। Post Views: 674 Post navigation Breaking News:जानिए वकील रह चुके माननीय उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ की बहुत ही खास बातें