हरिद्वार, संजीव मेहता।उपराष्ट्रपति और राज्यसभा के उपसभापति जगदीप धनखड़ कुछ दिनों से लगातार चर्चा में हैं। पिछले दिनों टीएमसी सांसद कल्याण बनर्जी ने संसद भवन परिसर में जगदीप धनखड़ की मिमिक्री की थी।

यह घटना संसद के दोनों सदनों के 141 सांसदों को निलंबित किए जाने के बाद हो रहे विरोध प्रदर्शन के दौरान की है। टीएमसी सांसद की मिमिक्री से उपराष्ट्रपति काफी नाराज हो गए थे और उसे ‘जाट समाज’ का अपमान बताया था।

जगदीप धनखड़ का जन्म जयपुर के राजा द्वारा संरक्षित एक जाट परिवार में हुआ था। बतौर वकील जगदीप धनखड़ ने राजस्थान में जाटों के आरक्षण के लिए कानून लड़ाई लड़ी और जीती।

वकील जगदीप धनखड़

किसान परिवार में पले-बढ़े जगदीप को अपनी जड़ों से हमेशा जुड़े रहने का गुण सिखाया गया है। प्राथमिक शिक्षा तक उनका पालन-पोषण उनके गांव में हुआ। वह अपने गांव से छह किलोमीटर पैदल चलकर स्कूल जाते थे। बाद में उनका चयन चित्तौड़गढ़ के सैनिक स्कूल के लिए हो गया। चित्तौड़गढ़ में अपनी स्कूली शिक्षा पूरी करने के बाद उन्होंने जयपुर के महाराजा कॉलेज से फिजिक्स में बीएससी की पढ़ाई की।

बाद में वह कानून और संविधान में रुचि लेने लगे। धनखड़ ने राजस्थान विश्वविद्यालय से एलएलबी की पढ़ाई 1978-79 में पूरी की और उसी वर्ष बार में अपना पंजीकरण कराया। शुरुआत में उन्होंने राजस्थान हाईकोर्ट में प्रैक्टिस की। फिर एक लंबा समय सुप्रीम कोर्ट में बिताया। घनखड़ इंटरनेशनल स्कूल ऑफ एब्रिट्रेशन के सदस्य भी रहे।

धनखड़ के बारे में कहा जाता है कि बतौर वकील उन्हें अदालतों के गलियारों में खड़े होकर केस और जजों के बारे में बात करना बिलकुल पसंद नहीं था। सुप्रीम कोर्ट के एक वरिष्ठ वकील के रूप में हाई-प्रोफाइल मामले लड़ने के लिए जाने जाते थे। वह चिंकारा (ब्लैक बक या काला हिरण) के शिकार मामले में अभिनेता सलमान खान के वकील थे।

सलमान खान के वकील

साल 1998 के सितंबर-अक्टूबर माह की बात है। सलमान खान पूरी यूनिट के साथ ‘हम साथ-साथ हैं’ की शूटिंग के लिए जोधपुर में रुके हुए थे। उस दौरान सलमान खान पर चिंकारा के शिकार का आरोप लगा था। 12 अक्टूबर 1998 को सलमान खान की गिरफ्तार कर लिया गया। वह पांच दिन तक जेल में रहे।

जोधपुर जिला और सत्र न्यायालय में मामले की सुनवाई हुई। इस दौरान वरिष्ठ अधिवक्ता जगदीप धनखड़ सलमान के वकील थे। धनखड़ ने सलमान के जिला अदालत से जमानत भी दिलवा दी थी। 17 अक्टूबर को वह जेल से बाहर आ गए।

इसके बाद मामला चलता रहा और साल 2018 में जोधपुर की एक निचली अदालत में सलमान खान को दोषी करार देते हुए पांच साल जेल की सजा सुनाई थी। 5 अप्रैल, 2018 को वह जोधपुर सेंट्रल जेल भेजे गए। 7 अप्रेल को 50 हजार रुपये के मुचलके पर उन्हें जमानत मिल गई, तब से वह जेल से बाहर हैं।

शाहरुख खान के भी वकील रहे हैं धनखड़

यह सलमान खान के केस से एक साल पहले की बात है। साल 1995 में शाहरुख खान की ‘राम जाने’ नाम की एक फिल्म आयी थी। आरोप लगा कि शाहरुख खान ने अपनी फिल्म में वकीलों के लिए अपमानजनक डायलॉग बोले हैं। साल 1997 में इस मामले में जगदीप धनखड़ शाहरुख के वकील के तौर पर अदालत में पेश हुए थे।

कसाटा आइसक्रीम पसंद करते हैं धनखड़

जगदीप धनखड़ शराब नहीं पीते। वह आर्य समाज के आदर्शों का पालन करते रहे हैं। भोजन के मामले में नख़रेबाज़ नहीं हैं। रोटी और दही भी खुशी-खुशी खा लेते हैं। हालांकि आइसक्रीम में उन्हें ‘कसाटा आइसक्रीम’ बहुत पसंद है। धनखड़ की पत्नी सुदेश ने ‘Sustainable Development And Water Conservation’ टॉपिक पर पीएचडी किया है।

धनखड़ अच्छे वक्ता माने जाते हैं। उनके दोस्त, परिवार के सदस्य और उनके जूनियर उन्हें बुद्धिमान, चतुर, मेहनती और अपनी दम पर सबकुछ हासिल करने वाला बताते हैं।

हिंदू समूहों के साथ घनिष्ठ संबंध

जगदीप धनखड़ ने 1989 में राजनीति में प्रवेश किया और उसी वर्ष कांग्रेस के टिकट पर झुंझुनू से लोकसभा के लिए चुने गए। 1990 में चंद्रशेखर सरकार में केंद्रीय मंत्री बने। राजस्थान कांग्रेस में अशोक गहलोत के उदय के साथ वह भाजपा में चले गए।

2016 में भाजपा के कानून और कानूनी मामलों के विभाग के राष्ट्रीय संयोजक के रूप में धनखड़ ने भाजपा, आरएसएस और उसके सहयोगियों को कानूनी सलाह प्रदान की थी। हालांकि उन्हें शाखा जाने वाले स्वयंसेवक के रूप में नहीं देखा जाता है। उन्हें ऐसे व्यक्ति के रूप में भी देखा जाता है जिनके रामकृष्ण मिशन और भारत सेवाश्रम जैसे हिंदू समूहों के साथ घनिष्ठ संबंध हैं।

Input:Jansata