केदारनाथ।संजीव मेहता।उत्तराखंड में चारधाम यात्रा 30 अप्रैल से आरंभ हो चुकी है, और श्रद्धालुओं में भारी उत्साह देखा जा रहा है। जैसे ही 2 मई को केदारनाथ और 4 मई को बदरीनाथ धाम के कपाट खुलेंगे, यात्रा अपने पूर्ण स्वरूप में शुरू हो जाएगी। इस बार खास आकर्षण बना है केदारनाथ के समीप स्थित ‘रुद्र मेडिटेशन केव’, जिसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 2019 में ध्यान के लिए उपयोग किए जाने के बाद काफी लोकप्रियता मिली है। करीब डेढ़ किलोमीटर दूर मंदाकिनी नदी के पार पहाड़ी पर स्थित यह ध्यान गुफा वर्ष 2018 में नेहरू पर्वतारोहण संस्थान (NIM) द्वारा लगभग आठ लाख की लागत से बनाई गई थी। यह गुफा न केवल शांत वातावरण में ध्यान का अनुभव देती है, बल्कि इसमें बिजली, पानी और शौचालय जैसी आधुनिक सुविधाएं भी उपलब्ध हैं। यह गुफा लगभग 12,000 फीट की ऊंचाई पर स्थित है और इसकी लंबाई 5 मीटर तथा चौड़ाई 3 मीटर है। प्रधानमंत्री मोदी के साधना के बाद 2019 में ही 103 श्रद्धालुओं ने यहां ध्यान किया। इसके बाद श्रद्धालुओं की रुचि देखते हुए पर्यटन विभाग ने दो और ध्यान गुफाएं बनवाईं। हालांकि, इन दोनों गुफाओं का संचालन अभी तक नहीं हो पाया है क्योंकि वहां तक पहुंचने वाले मार्ग को वन विभाग से मंजूरी नहीं मिल पाई है। वर्तमान में केवल ‘रुद्र मेडिटेशन केव’ ही श्रद्धालुओं के लिए खुली है, जिसकी बुकिंग गढ़वाल मंडल विकास निगम द्वारा की जाती है। 2022 में दरों में संशोधन के बाद, यहां ध्यान करने के लिए श्रद्धालुओं को प्रति दिन लगभग ₹3800 खर्च करने होते हैं। यह ध्यान गुफा उन श्रद्धालुओं के लिए विशेष आकर्षण का केंद्र बन चुकी है जो आध्यात्मिक एकांत में साधना का अनुभव करना चाहते हैं। Post Views: 1,434 Post navigation हरिद्वार भूमि घोटाला:मुख्यमंत्री धामी के निर्देश पर चार अधिकारी निलंबित, एक को कारण बताओ नोटिस, सेवा विस्तार भी खत्म खुल गए केदारनाथ के कपाट, पीएम मोदी के नाम से हुई बाबा की पहली पूजा, 108 क्विंटल फूलों से सजा धाम