उत्तरकाशी, संजीव मेहता। दिवाली के दिन से उत्तरकाशी की निर्माणाधीन सुरंग में कैद 41 श्रमिक बाहर आ गए हैं। सुरंग के अंदर मेडिकल की टीम से लेकर सीएम धामी और अन्य अधिकारी मौजूद हैंं।

सिलकयारा टनल में फंसे 41 श्रमिकों के सकुशल बाहर निकलने पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस अभियान में जुटे समस्त बचाव दल को अपनी शुभकामनाएं दी हैं। उन्होंने कहा की श्रमिकों और उनके परिजनों के चेहरों की खुशी ही मेरे लिए इगास बग्वाल (दिवाली) है। 

मुख्यमंत्री  ने कहा कि बचाव दल की तत्परता, टेक्नोलॉजी के सहयोग, सुरंग के अंदर फंसे श्रमिक बंधुओं की जीवटता, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा की जा रही पल- पल निगरानी और बौखनाग देवता की कृपा से यह अभियान सफल हुआ। मुख्यमंत्री ने जरुरी होने पर श्रमिकों को हर चिकित्सा सुविधा देने के उन्होंने आदेश दिए हैं। 

ऑपरेशन सिलक्यारा की सफलता में कई लोगों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इनमें बचाव कार्य में लगे मशीन ऑपरेटरों से लेकर केंद्र व राज्य के कई बड़े अधिकारी और पूर्व अफसर भी सूत्रधार रहे। 

  • प्रवीन और बलविंदर ने पाइप में घुसकर दूर की ऑगर मशीन की बाधा : ऑगर मशीन से ड्रिलिंग की बाधाएं दूर करने में प्रवीन और बलविंदर ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। यह दोनों वह शख्स हैं, जिन्होंने ऑगर मशीन के आगे सरिया व गार्टर जैसी बाधाएं आने पर पाइप में घुसकर उन्हें काटा। संकरे से पाइप में गैस कटर से लोहा काटना आसान नहीं था। प्रवीन यादव ने बताया कि इसके लिए उन्हें घुटनों के बल पाइप के अंदर जाकर तीन-तीन घंटे तक रहना पड़ता था।
  • पीएमओ के पूर्व सलाहकार भास्कर खुल्बे : 1983 बैच के आईएएस अफसर व पीएमओ के पूर्व सलाहकार भास्कर खुल्बे ने रेस्क्यू ऑपरेशन की निगरानी में अहम भूमिका निभाई। उनका काम रेस्क्यू की सही अपडेट मीडिया तक भी पहुंचना रहा। वह बचाव कार्य में लगी टीम की हौसला अफजाई भी करते रहे। इसके साथ उन्होंने रेस्क्यू ऑपरेशन में लगी केंद्र व राज्य की एजेंसियों के साथ भी समन्वय स्थापित किया।