हरिद्वार, संजीव मेहता हरिद्वार में गंगा में कुछ लोग डूब गए। आपदा और बचाव राहत दल तत्काल घाट पर पहुंचा। डूबते हुए व्यक्तियों को बचाया। इस दौरान कुछ को गंभीर हालत में अस्पताल पहुंचाया गया। वहीं जिलाधिकारी ने यात्रा के दौरान भगदड़ की सूचना पर तत्काल नोडल अधिकारियों की आपात बैठक बुलाई। रोशनाबाद में बैठक संपन्न हुई । बचाव दल और कंट्रोल रूम को अलर्ट किया गया । यह पूरी प्रक्रिया माक ड्रिल के तहत हरिद्वार जिले में पूरी की गई। तैयारी और व्यवस्था चुस्त दुरुस्त रहे इसके लिए जिलाधिकारी ने विशेष निर्देश दिए । चारधाम यात्रा 10 मई से शुरू हो रही है। ऐसे में यात्रा तैयारियों को परखने के लिए आज गुरुवार को उत्तराखंड के सात जिलों में मॉकड्रिल की गई। उत्तरकाशी जिले में मॉकड्रिल के दौरान कुछ कमियां पाई गई, जिसके बाद शासन की ओर से नई गाइडलाइन बनाई गई। नई गाइडलाइन के आधार पर दोबारा मॉकड्रिल करवाई जाएगी। टिहरी और देहरादून जिले में भी आपदा प्रबंधन मॉक अभ्यास किया गया। आपदा से निपटने के लिए गुरुवार सुबह उत्तरकाशी जिला अस्पताल में मॉकड्रिल करवाई गई, लेकिन मॉकड्रिल में कुछ कमियां पाई गईं। जिलाधिकारी डॉ. मेहरबान सिंह बिष्ट, मुख्य विकास अधिकारी जयकिशन, अपर जिलाधिकारी रज़ा अब्बास सहित सभी जिम्मेदार अधिकारी आपदा नियंत्रण कक्ष पहुंचे। इंसिडेंट रिस्पॉन्स सिस्टम (आईआरएस) को सक्रिय कर आपदा प्रबंधन से संबंधित सभी संसाधनों को तत्काल स्टेजिंग एरिया पहुचने के निर्देश दिए गए हैं। जनपद में रात से जारी बारिश को देखते हुए चारधाम यात्रा मार्ग के विभिन्न स्थानों पर भूस्खलन, यात्री वाहन के मलबे में दबने यात्री वाहन गिरने आदि की सूचना मिली। उक्त घटनाओं की जिलाधिकारी को जानकारी दी गई, जिसके बाद जिलाधिकारी द्वारा तत्काल जनपद स्तरीय आईआरएश एवं तहसील स्तरीय आईआरएस सक्रिय किए जाने के निर्देश दिए गए है। Post Views: 167 Post navigation Haridwar Breaking news.एस एस पी प्रमेंद्र डोबाल का सनसनीखेज कत्ल मामले में बड़ा खुलासा किसानों में जैविक खेती तथा आधुनिक तकनीकी से उद्यमिता विकसित करके आत्मनिर्भर बनाना पतंजलि का प्रमुख लक्ष्य: आचार्य बालकृष्ण