Sanjiv Mehta,Voice Of India:Results 2023: एग्जिट पोल में हिंदी पट्टी के तीन राज्यों – राजस्थान, छत्तीसगढ़ और एमपी – में कांग्रेस और BJP के बीच कड़ी टक्कर दिखाई गई और अलग-अलग एजेंसियां एक-दूसरे पर मामूली बढ़त दिखाई.हालांकि 30 नंवबर की वोटिंग के बाद एग्जिट पोल पूरी तरह से फेल होते दिखाई पड़ रहे है जबकि ज्यादातर एग्जिट पोल में 3 राज्य में कांग्रेस की सरकार और और मध्य प्रदेश में भाजपा की सरकार बनने के दावे किए गए थे लेकिन कोई भी एग्जिट पोल इन दावों पर खरा नहीं उतर पाया। केवल तेलगाना में ही कांग्रेस अच्छा कर पाई ।

30 नवंबर को मतदान समाप्त होने के तुरंत बाद, पांच राज्यों – राजस्थान, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, तेलंगाना और मिजोरम – के लिए एग्जिट पोल जारी किए गए, जहां इस नवंबर महीने में नई विधानसभाओं के चुनाव के लिए मतदान हुआ था. इन राज्यों में पहले दो राज्यों में कांग्रेस और तीसरे में BJP की सरकारें थीं. तेलंगाना में भारत राष्ट्र समिति (BRS) सत्ता में है जबकि पूर्वोत्तर राज्य में क्षेत्रीय मिजो नेशनल फ्रंट (MNF) सत्ता में है.

राजस्थान में, एक्सिस इंडिया टुडे सर्वेक्षण – जिसका अपने एग्जिट पोल को सही साबित करने का सबसे अच्छा रिकॉर्ड है – उस समय आश्चर्यचकित रह गया जब उसने भविष्यवाणी की कि अशोक गहलोत के नेतृत्व में कांग्रेस मामूली अंतर से भाजपा से आगे हो सकती है. पिछले जनमत सर्वेक्षणों का मानना था कि राज्य मौजूदा सरकार को वोट देने की अपनी ऐतिहासिक मिसाल का पालन करेगा और भाजपा की आसान जीत की भविष्यवाणी की थी. हालांकि, अधिकांश अन्य एग्ज़िट पोल ने भाजपा को बढ़त दी.।दूसरी तरफ भाजपा के विरोधी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर बड़े पत्रकारो के यूटयूब चैनल जो भाजपा विरोधी लहर का गुनगान करते नही थकते थे,अब वह मुह छुपाते फिर रहे है,अभिसार शर्मा,प्रसून वाजपेयी,आसुतोष,दीपक शर्मा अशोक वानखेडे,प्रज्ञा,मुकेश शर्मा,विनोद शर्मा के दावे ठूस होकर रह गए है।

सर्वे से पता चलता है कि मध्य प्रदेश में भी दोनों पार्टियां कड़ी लड़ाई में लगी हुई हैं. हालांकि, एक्सिस इंडिया टुडे पोल ने राज्य में भाजपा की भारी जीत की भविष्यवाणी की है. जो सच होता दिख रहा है.

तेलंगाना में, सबसे पुरानी पार्टी बीआरएस और मुख्यमंत्री के.चंद्रशेखर राव (KCR) को झटका दे सकती है, कुछ सर्वे से पता चला है जबकि अन्य ने करीबी मुकाबले की भविष्यवाणी की है. अगर भाजपा सत्ता विरोधी भूमिका में बंट जाती है तो खेल बिगाड़ सकती है, जबकि असदुद्दीन ओवैसी की एमआईएम अपना समर्थन बीआरएस को दे सकती है. लेकिन, कांग्रेस तेलंगाना में बाजी मारते हुए दिख रही है.।

मिजोरम में, मुख्यमंत्री ज़ोरमथांगा के नेतृत्व वाला मिज़ो नेशनल फ्रंट (MNF) साथी क्षेत्रीय खिलाड़ी ज़ोरम नेशनलिस्ट पार्टी (ZNF) के साथ करीबी लड़ाई में है. यदि त्रिशंकु विधानसभा आती है तो नतीजों में कांग्रेस की भूमिका हो सकती है, जबकि भाजपा कोई प्रभाव डालने में विफल हो सकती है.

ऐसे में अभी तक के रुझानों में केवल एक राज्य को छोड़ दें तो आज की मतगणना वाले राज्यों में भाजपा को तीन राज्यों में स्पष्ट बहुमत मिलता दिख रहा है.।