संजीव मेहता। भारतीय शराब प्रेमियों के बीच ब्लैक डॉग व्हिस्की बेहद मशहूर है. लेकिन क्या आपने कभी सोचा कि इस व्हिस्की का नाम ब्लैक डॉग कैसे पड़ा? दरअसल, इस नाम का कनेक्शन इस शराब को बनाने वाले शख्स सर वॉल्टर मिलर्ड की एक आदत से जुड़ा है.। कंपनी की वेबसाइट पर दी गई जानकारी के मुताबिक, मिलर्ड मछली पकड़ने के बहुत शौकीन थे. मछली पकड़ने के लिए वह एक स्पेशल किस्म का कांटा ‘फिशिंग फ्लाई’ का इस्तेमाल करते थे.। इस फिशिंग फ्लाई को ही ब्लैक डॉग कहते हैं. अगर आप गौर करेंगे तो पाएंगे किRV ब्लैक डॉग व्हिस्की की बोतल पर नाम के ठीक ऊपर मछली पकड़ने का वो कांटा एक लोगो की तरह बना हुआ है.। Chanakya Niti: पत्नी को कभी भी न बताएं ये तीन बातें, सारी उम्र रहेगा पछतावा इसी फिशिंग फ्लाई से प्रेरित होकर व्हिस्की मेकर मिलर्ड ने 1883 में इस शराब ब्रांड की शुरुआत की और उसका नाम रखा ब्लैक डॉग.। (Disclaimer: यह जानकारी फूड एंड वाइन एक्सपर्ट्स के हवाले से दी गई है. इसका मकसद किसी भी तरीके से शराब पीने को बढ़ावा देना नहीं है.) Post Views: 464 Post navigation एस एम जे एन पी जी कॉलेज की प्रबंध समिति के अध्यक्ष श्री महंत रविंद्र पुरी ने कुलपति प्रो एन के जोशी व प्रोफेसर सुनील कुमार बत्रा को बड़े अवार्ड से किया सम्मनित एसएसपी प्रमेन्द्र डोबाल के नेतृत्व में हरिद्वार पुलिस ने पूरी उर्जा के साथ मनाया राष्ट्रीय एकता दिवस