संजीव मेहता। भारतीय शराब प्रेमियों के बीच ब्लैक डॉग व्हिस्की बेहद मशहूर है. लेकिन क्या आपने कभी सोचा कि इस व्हिस्की का नाम ब्लैक डॉग कैसे पड़ा? दरअसल, इस नाम का कनेक्शन इस शराब को बनाने वाले शख्स सर वॉल्टर मिलर्ड की एक आदत से जुड़ा है.।

कंपनी की वेबसाइट पर दी गई जानकारी के मुताबिक, मिलर्ड मछली पकड़ने के बहुत शौकीन थे. मछली पकड़ने के लिए वह एक स्पेशल किस्म का कांटा ‘फिशिंग फ्लाई’ का इस्तेमाल करते थे.। इस फिशिंग फ्लाई को ही ब्लैक डॉग कहते हैं. अगर आप गौर करेंगे तो पाएंगे किRV ब्लैक डॉग व्हिस्की की बोतल पर नाम के ठीक ऊपर मछली पकड़ने का वो कांटा एक लोगो की तरह बना हुआ है.।

इसी फिशिंग फ्लाई से प्रेरित होकर व्हिस्की मेकर मिलर्ड ने 1883 में इस शराब ब्रांड की शुरुआत की और उसका नाम रखा ब्लैक डॉग.।

(Disclaimer: यह जानकारी फूड एंड वाइन एक्सपर्ट्स के हवाले से दी गई है. इसका मकसद किसी भी तरीके से शराब पीने को बढ़ावा देना नहीं है.)