हरिद्वार | संजीव मेहता।24 अप्रैल 2025:संजीव मेहता।
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के अचानक हरिद्वार दौरे ने राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी है। खास बात यह रही कि यह दौरा पूरी तरह गोपनीय रहा — न कोई सरकारी सूचना, न ही कोई प्रोटोकॉल। सीएम धामी सीधे पहुँचे जगदगुरु आश्रम, जहां उन्होंने शंकराचार्य से मुलाकात की।

गोपनीयता ने बढ़ाई अटकलें

सीएम धामी का यह दौरा न तो आधिकारिक कार्यक्रम में शामिल था और न ही मीडिया को इसकी पूर्व सूचना दी गई थी। ऐसे में उनके इस अचानक दौरे को लेकर राजनीतिक अटकलें तेज हो गई हैं। क्या यह धार्मिक मुलाकात थी या इसके पीछे कोई बड़ा राजनीतिक संकेत छिपा है?

सिर्फ कुछ करीबी ही थे मौजूद

सूत्रों के मुताबिक, आश्रम में सिर्फ बेहद करीबी लोग ही मौजूद थे। मुख्यमंत्री ने लगभग एक घंटे तक आश्रम में समय बिताया और किसी भी तरह की सार्वजनिक घोषणा से परहेज किया।

चुनाव से पहले रणनीति या साधु-संतों का आशीर्वाद?

राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि आगामी स्थानीय निकाय चुनावों या किसी बड़े निर्णय से पहले यह मुलाकात महत्वपूर्ण संकेत दे सकती है। इससे पहले भी कई बार नेता धार्मिक स्थलों का रुख कर सियासी संदेश देते रहे हैं।


क्या धामी सरकार किसी बड़े बदलाव की तैयारी में है? या यह दौरा सिर्फ आध्यात्मिक था?
आने वाले दिनों में तस्वीर और साफ हो सकती है।