मुख्य संवाददाता सुषमा कुमारी *नई दिल्ली, 10 जून एक महीने के अंदर ही भजपा द्वारा चुपके से किए गए ऑपरेशन लोटस की पोल खुल गई है। दिल्ली नगर निगम के जोन चुनाव में इंद्रप्रस्थ विकास पार्टी (आईवीपी) के चेयरमैन प्रत्याशी को वोट नहीं देने पर अपने एक पार्षद को पार्टी से निकाल कर भाजपा ने साबित कर दिया कि उसके इशारे पर ही आम आदमी पार्टी से अलग होकर कुछ पार्षदों ने तथाकथित नई पार्टी बनाई थी। ‘‘आप’’ के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष सौरभ भारद्वाज ने भाजपा पर हमला बोलते हुए कहा कि ऑपरेशन लोटस के आरोप से बचने के लिए ही भाजपा ने यह नई पार्टी बनवाई, लेकिन आईवीपी का कोई प्रत्याशी जोन चुनाव नहीं जीत पाया और पूरा प्लान चौपट हो गया। सौरभ भारद्वाज ने भाजपा के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा के निर्देश पर रोहिणी जोन की पार्षद सुमन टिंकू राजौरा को पार्टी से निकाले जाने के आदेश को एक्स पर साझा करते हुए कहा कि भाजपा एक्सपोज हो गई। भाजपा ने अपने एक पार्षद को इसलिए निकाल दिया क्योंकि उसने एक नई तथाकथित पार्टी (आईवीपी) के चेयरमैन कैंडिडेट को जोन चुनाव में वोट नहीं दिया। आईवीपी का कोई कैंडिडेट ज़ोन चुनाव नहीं जीता, पूरा प्लान चौपट हो गया। इससे साफ़ हो जाता है कि भाजपा ने ही आईवीपी को बनवाया, मगर उसपर ऑपरेशन लोटस का आरोप ना लगे, इसलिए नई तथाकथित पार्टी बनवाई गई सौरभ भारद्वाज ने कहा कि इसी तरह से मंत्री राज कुमार आनंद पर ईडी का छापा मारने के बाद उसको बीएसपी में भेजा गया ताकि वॉशिंग मशीन और ऑपरेशन लोटस का आरोप ना लगे और फिर भाजपा के टिकट पर राज कुमार आनंद को विधानसभा चुनाव लड़वाया गया और वे हार गए। आज भाजपा का चाल चरित्र और चेहरा सबके सामने बेनकाब है। Post Views: 766 Post navigation विजय की खुशी में मातम: RCB परेड से पहले भगदड़ में 11 की दर्दनाक मौत” सीएम रेखा गुप्ता खुद एक मां है लेकिन उनको दिल्ली की बेटियों की सुरक्षा की कोई चिंता नहीं है – एसैप