मेरठ, संजीव मेहता।सरदार वल्लभ भाई पटेल कृषि एंव प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय में लगे तीन दिवसीय कृषि मेले में 23 करोड़ की कीमत का अनमोल नामक भैंसा पहुंचा है, जो आकर्षण का केंद्र बना है। इसके मालिक का दावा है कि इसके भैंसे का सीमन (वीर्य) से पैदा होने वाली भैंस 21 किलो दूध देती है। वह अब तक इसका 10 करोड़ रुपये का सीमन बेच चुके है।

चार लाख लोगों को बेचा सीमन
हरियाणा के सिरसा स्थित गांव हस्सू निवासी जगतार सिंह ने बताया कि एम-29 का बच्चा अनमोल की कीमत लगभग 23 करोड़ लग चुकी है। जिसको महाराष्ट्र के एक किसान और पंजाब के एक विधायक ने कीमत लगाई है। अनमोल के सीमन अब तक लगभग चार लाख लोगों को बेचा जा चुका है।

जगतार ने बताया कि लगभग 10 करोड़ की कीमत का सीमन बेच चुके हैं। अनमोल के सीमन की कीमत 250 रुपये रखी गई है। इसके एक बार के सीमन से 300 सीमन तैयार किए जाते हैं, जिससे एक भैंस को एक ही सीमन की आवश्यकता होती है।

खाने में प्रतिदिन लगभग दो हजार रुपये
भैंसे के मालिक के मुताबिक, भैंसे अनमोल के खाने में प्रतिदिन लगभग दो हजार रुपये का खर्च आता है। इसको खाने के लिए दूध, अंडा, बादाम, काजू, खोटा, सरसों, गेहूं, मक्का, सोयाबीन आदि दिया जाता है।

सीमन तैयार करने के लिए उनके द्वारा रबड़ की नकली भैंस का उपयोग करते हैं, जिस पर भैंस को जंप करा कर उसका सीमन निकाला जाता है। इस भैंसे के सीमन से भैंस दो महीने में गर्भवती हो जाती है।

मेरठ के सरदाल वल्लभ भाई पटेल कृषि विश्वविद्यालय में तीन दिवसीय किसान मेला लग गया है. मेले में दो ऐसे भैंसे आ रहे हैं जिनकी कीमत दस करोड़ और नौ करोड़ है. दस करोड़ी भैंसे का नाम गोलू 2 है जबकि नौ करोड़ी भैंसे का नाम विधायक है. भैंसे अपने सीमन को लेकर खास पहचान रखते हैं.. दोनों भैंसे पशु प्रदर्शनी में आकर्षण का केंद्र बने हुए हैं.

यूनिवर्सिटी के कुलपति डॉक्टर केके सिंह कहते हैं कि दस करोड़ और नौ करोड़ के दोनों भैंसे पशु प्रदर्शनी में आकर्षण का केंद्र हैं. इन भैंसों की खासियत जानकर भी आप दंग रह जाएंगे. इनकी कीमत नौ करोड़ और दस करोड़ लग गई है लेकिन मालिक इन्हें बेचने को तैयार नहीं है.

यूनिवर्सिटी के निदेशक प्रसार डॉक्टर पीके सिंह बताते हैं कि इनका सीमन बेहद खास होता है जिसकी वजह से इनकी कीमत इतनी होती है. इन भैंसों का खानपान भी इतना शानदार होता है कि एक इंसान को भी ये सब नसीब नहीं होता है. मसलन इनको चारा इत्यादि तो दिया ही जाता है, रोजाना बादाम, पांच किलो सेब, दस लीटर दूध, पंद्रह किलो फीड, दो दर्जन केले, पांच किलो दाना और तीस किलो चारा मिनरल दिया जाता है.