देहरादून, संजीव मेहता।उत्तराखंड के राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (सेवानिवृत्त) नैनीताल प्रवास पर हैं। वह लंबे समय तक सेना के प्रमुख पदों पर रहे हैं। कश्मीर और उत्तराखंड में भी उनकी तैनाती रही है। पहलगाम हमले के बाद भारतीय सेना की ओर से पाकिस्तान के आतंकी शिविरों के खिलाफ ऑपरेशन सिंदूर चलाया गया। उसके बाद सीजफायर हो गया। इस मामले में विपक्ष और कुछ एक्स्पर्ट की ओर से सवाल खड़े किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि आतंकियों पर सटीक प्रहार कर देश को सही समय पर युद्ध से निकाल लिया। यह ऑपरेशन इतिहास में दर्ज हो गया है।

कश्मीर को मैंने बेहद करीब से देखा है। पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद से मुकाबला किया है। जिस तरह से पाकिस्तान पोषित आतंकियों ने पहलगाम में हमारे 26 मासूम नागरिकों की हत्या की, उससे पूरे देश में उबाल था। भारत का हर नागरिक चाह रहा था कि आतंकवादियों को सबक सिखाया जाए। जनता की भावना को देखते हुए भारत की ओर से ऑपरेशन सिंदूर लॉन्च किया गया। इसके तहत मिसाइल के जरिये पाकिस्तान के आतंकी शिविरों को ध्वस्त किया गया। महज चार दिन में हमारी सेना ने पाकिस्तान को घुटने टेकने पर मजबूर कर दिया। इससे हर भारतीय खुद को गौरवान्वित महसूस कर रहा है।